बिहार पुलिस की 'दबंगई', झूठे आरोप में शख्स को जमकर पीटा, वीडियो कॉल कर दिखाया पिटाई का 'नजारा', फिर...
बरौली पुलिस ने युवक की पिटाई से इंकार किया है. थानाध्यक्ष अमरेंद्र साह का कहना है कि पुलिस मारपीट के मामले में अनुसंधान करने गई थी. पुलिस को देखकर युवक भागने लगा, इस दौरान वह गिरकर घायल हो गया.
गोपालगंज: प्रदेश के गोपालगंज जिले में बिहार पुलिस की बर्बता का मामला सामने आया है. पुलिस हिरासत में एक युवक की इस तरह से पिटाई की गई कि उसे सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती होना पड़ा. इस मामले में जख्मी युवक के परिजनों ने गोपालगंज एसपी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. मामला बरौली थाने का है. पीड़ित युवक रतनसराय निवासी किराना व्यवसायी नेयाज अहमद का बेटा हसन इकबाल है.
चंवर में ले जाकर की पिटाई
जख्मी युवक का आरोप है कि मारपीट के पुराने मामले में बरौली थाने में पड़ोसी ने एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें कोर्ट ने जमानत दे दी थी. रविवार की शाम वो रतनसराय बाजार में अपनी दुकान पर था. तभी बरौली थाने की गश्ती गाड़ी पहुंची और उसमें सवार पुलिसकर्मियों ने युवक को दुकान से खींचकर पिटाई करते हुए जीप में बैठा लिया. इसके बाद पुलिस युवक को चंवर में लेकर गई, जहां बेरहमी से उसकी पिटाई की गई.
टॉर्चर का लाइव स्ट्रीमिंग!बिहार पुलिस का अमानवीय चेहरा!जख्मी युवक ने आप बीती सुनाई की कैसे पुलिस उसकी पिटाई करने का लाइव विडियो दिखाया.जहां बेरहमी से पिटाई की गई.सवाल ये है कि आखिर पुलिस किसे दिखाकर पीट रही थी और क्यों? गोपालगंज से राजन की रिपोर्ट. pic.twitter.com/12FTZ17bft
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) January 24, 2022
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने किसी के पास वीडियो कॉलिंग कर पिटाई का साबूत भी दिखाया. वहीं, रात में बेगुनाह बताकर पुलिस ने युवक को छोड़ दिया. इधर, पिटाई से घायल शख्स को परिजनों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. युवक के हाथ और सिर में गंभीर चोट होने की बात बताई जा रही है.
पुलिस ने पिटाई से किया इंकार
वहीं, बरौली पुलिस ने युवक की पिटाई से इंकार किया है. थानाध्यक्ष अमरेंद्र साह का कहना है कि पुलिस मारपीट के मामले में अनुसंधान करने गई थी. पुलिस को देखकर युवक भागने लगा, इस दौरान वह गिरकर घायल हो गया. बहरहाल इस पूरे मामले में परिजनों ने जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है.
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