पटना: पश्चिम बंगाल के पंजीपाड़ा गांव में शुक्रवार की रात अपराधियों ने बिहार पुलिस के जवान की पीट-पीटकर हत्या कर दी. छापेमारी करने गए किशनगंज टाउन थाना एसएचओ अश्विनी कुमार की निर्मम हत्या से विभिन्न दलों के नेता, पुलिस अधिकारी समेत आम लोग काफी नाराज हैं. इधर, इस मामले में बिहार पुलिस के एडीजी (एडिशनल डायरेक्टर जनरल) जितेंद्र कुमार ने शनिवार को एबीपी न्यूज से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने घटना से संबंधित जानकारी साझा की. साथ ही ये कहा कि मामले की जांच चल रही है, अभी किसी भी तरह की चर्चा को लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.


मारपीट की वजह से हो गई मौत


एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान एडीजी ने बताया मृतक थानाध्यक्ष को बाइक चोर गिरोह के सदस्यों के पंजीपाड़ा गांव में इकट्ठा होने की सूचना मिली थी. इस आधार पर टीम बनाकर कार्रवाई की गई. लेकिन इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया. हमले के बाद उन्होंने टीम के सभी जवानों को वहां से निकाल दिया, लेकिन वो खुद वहां फंस गए, जिसके बाद उनके साथ मारपीट की गई, जिससे उनकी मौत हो गयी.


तीन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार


एडीजी ने बताया कि इस कांड के बाद किशनगंज एसपी और पूर्णिया रेंज आइजी वहीं हैं. बिहार पुलिस के डीजीपी की बंगाल पुलिस के डीजीपी से बात हुई है और इसमें बिहार की तरफ से त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है. वहीं, उन्होंने आस्वस्त भी किया है कि वहां टीम गठित की गई है और इस मामले में फिलहाल तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी कर ली गई है.


हत्याकांड में किसी प्रकार की साजिश की बात को नकारते हुए एडीजी ने कहा, " अभी जांच शुरुआती चरण में है. अनुसंधान में सारी बातें सामने आएंगी. अभी फिलहाल हमारी प्राथमिकता जो घायल हुए हैं, उनका इलाज कराना और हमारे दिवंगत सहकर्मी जो शहीद हुए हैं, उनका पोस्टमार्टम और अपराधियों की गिरफ्तारी करना है. बाकी जो भी बातें अनुसंधान में सामने आएंगी, उसी पर आगे की कार्रवाई होगी."


मामले में किसी प्रकार की चूक के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इसपर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. अनुसंधान अभी प्रारंभिक चरण में है और अभी से इसको लेकर किसी तरह का ओपिनियन बना लेना सही नहीं है. इसलिए अभी अनुसंधान होने दे, अनुसंधान के बाद ही इसपर स्पष्ट रूप से कुछ भी कहा जा सकता है. अभी तक जो भी बातें सामने आई हैं, उसमें ऐसे कोई भी बातें सामने नहीं आई है.


बिहार-बंगाल के रिश्ते पर नहीं पड़ेगा असर


घटना के बाद बंगाल और बिहार के रिश्ते पर कोई असर पड़ेगा या नहीं के सवाल पर एडीजी ने कहा कि अभी इसपर कुछ भी कहना संभव नहीं है. जहां तक आपस के सहयोग की बात है, तो अगले ही चरण में किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार आदि क्षेत्रों से लगे इलाकों में चुनाव होना है और हम उनको पूरा सहयोग देंगे क्योंकि बिहार चुनाव में पश्चिम बंगाल ऑथोरिटी ने हमे पूरा सहयोग दिया था. इसलिए हमारा भी कॉपरेशन चुनाव सम्पन्न कराने में पूरा रहेगा और इस कांड में भी अनुसंधान से लेकर अपराधियों के त्वरित गिरफ्तारी में पश्चिमी बंगाल पुलिस का पूरा सहयोग मिल रहा है. वो इसमें त्वरित कार्रवाई कर भी रहे हैं तो जहां तक सहयोग की बात है तो उसमें कहीं से भी कोई दिक्कत नहीं हैं.


पीड़ित परिवार को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदना है. हम उनके साथ हमेशा हैं और आगे भी रहेंगे. शहीद पुलिस निरीक्षक को एसकरेशिया दिया जाएगा. इसके साथ-साथ उनके आश्रितों को नौकरी भी दी जाएगी. वहीं, अन्य सेवांत लाभ भी उन्हें प्राथमिकता से उपलब्ध कराएंगे.


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