Bihar Political Crisis Highlights: कल बिहार में नई सरकार का शपथ ग्रहण, सुबह 11 बजे बीजेपी करेगी धरना प्रदर्शन
Bihar Political Crisis Highlights: बिहार में नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का एलान कर दिया है. राज्यपाल को उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया.
बिहार में हुई उलटफेर के विरोध में कल सुबह 11 बजे बीजेपी के सभी विधायक और पार्टी के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करेंगे.
सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा दे दिया है. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और उनसे राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने का अनुरोध किया: बिहार CMO
कल शाम चार बजे बिहार में नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा. सरकार में सहयोगी दलों को भी शामिल किया जाएगा. डिप्टी सीएम आरजेडी से ही होगा.
बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक के बाद बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लालू यादव के जंगलराज और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आए थे. 2000 में बहुमत नहीं था तब भी बीजेपी ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया. नीतीश कुमार का कहना है कि बीजेपी ने उनकी पार्टी को तोड़ने का काम किया है, यह झूठा आरोप है. 2013 में नीतीश एनडीए से अलग हुए. महागठबंधन में आए. 2017 में महागठबंधन से NDA में आए. 2022 में आज फिर वापस महागठबंधन में चले गए. मजाक बनाकर रख दिया. बीजेपी ने नीतीश कुमार की हमेशा मदद की. 2019 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जदयू को ज्यादा सीटें देने के लिये अपने सीटिंग सांसदों का टिकट काटा. 2020 में जदयू 43 सीट जीती. बिहार का विकास तेजी से हो इसके लिये बीजेपी ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया लेकिन वह तो आज पलट गए.
सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नीतीश कुमार से फोन पर बात की. नीतीश कुमार ने 164 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल को सौंपी. इसमें कांग्रेस के 19 विधायक शामिल है.
बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक पटना में बीजेपी कार्यालय में चल रही है. रविशंकर प्रसाद, नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे और संजय जायसवाल समेत अन्य सदस्य मौजूद हैं. थोड़ी देर में मीडिया से बातचीत करेंगे.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता विकल्प चाहती है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला, प्रधानमंत्री के सामने इसकी मांग की थी. देश में बेतहाशा महंगाई और बेरोजगारी है. हमें देश के संविधान को बचाना है. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि देश के माहौल को खराब किया जा रहा है. नीतीश कुमार ने निडर होकर निर्णय लिया है. बीजेपी के एजेंडे को बिहार में लागू नहीं होने देना है.
सरकार का दावा पेश करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे पास सात पार्टियों का समर्थन है. इसमें 164 विधायक शामिल हैं. हम लोग मिलकर काम करेंगे और बिहार को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. आरसीपी सिंह का नाम लिए बिना नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा.
बिहार के सियासी घटनाक्रम पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया सामने आई है. अशोक गहलोत ने कहा, "लोकतंत्र का गला घोट कर बिहार में सरकार बनाने के लिए बने इस नापाक गठबंधन का टूटना तय था."
सीनियर समाजवादी नेता शरद यादव ने कहा, "लोगों ने राज्य के चुनावों के दौरान उसी गठबंधन को वोट दिया जो अब बना है. पिछली सरकार (बीजेपी-जेडीयू सरकार) लोगों के जनादेश के अनुसार नहीं थी, अब राज्य की सरकार जनादेश के अनुसार होगी."
नीतीश कुमार ने 164 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.
उपेंद्र कुशावाहा ने ट्वीट किया, "NDA से अलग होने के निर्णय से देश को फिर से रुढ़िवाद के दल-दल में धकेलने की साज़िश में लगी भाजपा के चक्रव्यूह से हम सब बाहर आ गए. यह निर्णय सिर्फ बिहार ही नहीं देश के लिए मिल का पत्थर साबित होगा."
नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव राजभवन पहुंचे. उनके साथ ललन सिंह,अजीत सिंह,जीतन राम मांझी,विजय चौधरी और श्रवण कुमार मौजूद रहे.
आरजेडी सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने आरजेडी नेता राबड़ी देवी से कहा कि 2017 में जो हुआ उसे भूल जाइए और एक नया अध्याय शुरू कीजिए.
नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुनाव गया है. महागठबंधन के नेताओं के साथ हुई बैठक में इसका फैसला हुआ.
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव में मैनडेंट बिहार में बीजेपी और जदयू को मिला था. प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया. बिहार की जनता को धोखा दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के जनादेश के साथ नीतीश कुमार ने धोखा किया. जनता माफ नहीं करेगी.
नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और बिहार के कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास महागठबंधन के सभी विधायकों के साथ राबड़ी निवास से निकलकर अब एक अणे मार्ग यानी नीतीश कुमार के सरकारी आवास पहुंचे हैं.
बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि सभी सांसद और विधायक आम सहमति पर हैं कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए.
नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब RJD के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे.
चिराग पासवान ने कहा कि आज नीतीश कुमार की क्रेडिबिलिटी जीरो हैं. हम चाहते हैं कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो और राज्य को नए सिरे से जनादेश देना चाहिए. आपकी (नीतीश कुमार) कोई विचारधारा है या नहीं? अगले चुनाव में जदयू को जीरो सीटें मिलेगी.
नीतीश कुमार राजभवन पहुंच गए हैं. वे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे.
बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया - नीतीश कुमार बीजेपी जेडीयू को खत्म करने की साजिश रची
सीएम नीतीश कुमार अपने 1 अणे मार्ग से निकल चुके हैं. माना जा रहा है कि सीएम कुछ देर में राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर सकते हैं.
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर भाजपा की बैठक पटना में संपन्न हुई. भीखुभाई दलसानिया, रेणु देवी, मंगल पांडे, नितिन नवीन, अमरेंद्र प्रताप सिंह और सम्राट चौधरी बैठक से जा चुके हैं. वहीं भाजपा की कोर कमेटी की बैठक आज पटना में पार्टी कार्यालय में होगी.
सूत्रों के मुताबिक किसी एक घटना की वजह से नहीं बल्कि पिछले साल डेढ़ साल में जिस तरह से बीजेपी और जेडीयू अलग-अलग मुद्दों पर आमने सामने आए हैं वह सभी इस दूरी को बढ़ाते चले गये हैं.. हाल फिलहाल की घटनाओं की बात की जाए तो पहले स्पीकर के साथ नीतीश की कहा सुनी, उसके बाद अग्निपथ योजना के दौरान बीजेपी नेताओं के द्वारा नीतीश पर सवाल उठाना और बाद में उनमें से तमाम नेताओं को केंद्रीय सुरक्षा प्रदान करना (एक तरह से बिहार सरकार पर सवाल उठाने जैसा था)...इसके साथ ही राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से भी नीतीश की अपनी उम्मीदें थी ( भले ही वह कैमरे पर इनकार करते रहे थे). मतलब साफ है कि एक-एक कर तमाम ऐसे मुद्दे रहे हैं जिसकी वजह से बीजेपी और जेडीयू के बीच में दूरी बढ़ती चली गई. हालांकि कोशिश जरूर की गई कि इस दूरी को पाटा जा सके लेकिन ऐसा हो नहीं सका.
आरजेडी के सूत्रों ने एएनआई से कहा है कि लालू प्रसाद यादव भी हर हरकत पर करीब से नजर रख रहे हैं लेकिन सब कुछ तेजस्वी यादव कर रहे हैं. वहीं पटना में नीतीश और तेजस्वी की मुलाकात हो सकती है और वे राजभवन भी जा सकते हैं.
सूत्रों ने कहा कि जदयू के पास 6 से अधिक कॉल रिकॉर्डिग है, जिसे विधायकों ने खुद रिकॉर्ड किया है. उन कॉल रिकॉर्डिग में एक खास पार्टी के नेताओं ने उन्हें करोड़ों रुपये के अलावा मंत्री बनाने का आकर्षक ऑफर दिया है. सूत्रों ने कहा, "नीतीश एक खास पार्टी का पदार्फाश करेंगे और देश को कड़ा संदेश देंगे कि उनकी सरकार का सफाया करने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने अपने और अपनी पार्टी के खिलाफ हो रही साजिश की वजह से ही अपना फैसला बदला. उन्होंने जो कुछ भी किया वह अपनी पार्टी को बचाने के लिए किया."
बिहार की राजधानी पटना में जदयू की अहम बैठक मुख्यमंत्री आवास पर शुरू हुई. सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार के एनडीए से बाहर होने और महागठबंधन में शामिल होने की स्थिति में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने भाजपा को 'बेनकाब' करने की योजना तैयार की है. सूत्रों ने कहा है कि जनता दल (युनाइटेड) के शीर्ष नेतृत्व के पास 6 से ज्यादा ऑडियो रिकॉर्डिग हैं, जिससे साबित होता है कि उसके विधायकों और मंत्रियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत करने के लिए बड़े-बड़े प्रस्ताव दिए गए थे. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि किस पार्टी और नेताओं ने जदयू के विधायकों को ऑफर दिए.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आज अपने पद से इस्तीफा देंगे. माना जा रहा है कि वह आज राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौपेंगे.
समाचार एजेंसी IANS के अनुसार बिहार में एनडीए गठबंधन टूटने की खबरों के बीच भाजपा अभी तक नीतीश कुमार के अगले आधिकारिक कदम का इंतजार कर रही है, वहीं आरएसएस से जुड़े महत्वपूर्ण संगठनों में से एक विश्व हिंदू परिषद ने नीतीश सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.
5 साल में दूसरी बार बीजेपी और जदयू का गठबंधन टूटा है. इससे पहले साल 2013 में दोनों एक साथ अलग हुए थे. हालांकि साल 2017 में दोनों फिर साथ आ गए थे. अब सबकी निगाहें बीजेपी पर है.
बिहार में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड का गठबंधन टूट गया है. इस बाबत फैसला कर लिया गया है. माना जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार शाम को राज्यपाल फागू सिंह चौहान से मिलने जाएंगे.
वहीं विपक्षी पार्टी राजद के विधायकों की बैठक पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने अपनी मां एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के दस सर्कुलर रोड स्थित आवास पर बुलाई है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर बैठक कर रही है जिसमें पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल भी मौजूद हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाए जाने संबंधी अटकलों के बीच मंगलवार को यहां सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) और विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की समानांतर बैठकें हो रही हैं. पार्टी सूत्रों ने बताया कि जदयू के सांसदों और विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में उनके आधिकारिक आवास एक अणे मार्ग पर हो रही है.
जीतन राम मांझी की पार्टी ने विधायक दल की बैठक का समय बदल दिया गया है. हम विधायक दल की बैठक अब शाम 4 बजे होगी.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा है कि राजतिलक की करो तैयारी आ रहे हैं , लालटेन धारी
बिहार में सत्ताधारी गठबंधन में उठापटक की खबरों के बीच राज्य सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि फिलहाल मै उद्योग मंत्री के रूप में आपसे बात कर रहा हूं, मुझे अभी क्या हो रहा है इसकी जानकारी नहीं है, न ही किसी ने फोन किया, 3 बजे दिल्ली से पटना के लिए निकलूंगा. राज्य सरकार के मंत्री ने कहा- मंत्रियों के तारकिशोर प्रसाद के घर पहुंचने की कोई जानकारी नहीं है. इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल की पूर्ववर्ती सरकार पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा 'अब अपहरण वाला नहीं सुपर-30 वाला बिहार है.'
तारकेश्वर प्रसाद के आवास पर धीरे धीरे BJP कोटे के सभी मंत्री पहुँच रहे हैं. इस्तीफे को लेकर चर्चा जारी है. मिली जानकारी के अनुसार सभी राज्यपाल के पास जाकर इस्तीफा सौंप सकते हैं. बीजेपी कोटे के सभी मंत्री एक साथ डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद के घर से राज्यपाल के पास जा सकते हैं. फिलहाल सभी की नजर सीएम नीतीश कुमार के फैसले पर है.
BJP आलाकमान अभी भी बिहार की राजनीतिक स्थिति पर नजर बनाये हुए है. BJP सभी स्थितियों के लिए तैयार है. BJP जेडीयू के फाइनल निर्णय का इंतजार कर रही है. सूत्रों के हवाले से ख़बर... बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय सिन्हा से सत्र दौरान नीतीश कुमार की तीखी नोक झोंक हुई थी. उसी दिन नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा देने का मन बना लिया था. यहीं से दरार की नींव पड़ी थी. नीतिश कुमार आरसीपी सिंह के व्यहार और जेडीयू के खिलाफ लिए गए स्टैंड से नाराज़ थे
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राबड़ी आवास से निकले और थोड़ी देर बाद अपने बेटे और आरजेडी विधायक सुधाकर के साथ वापस पहुंचे.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलने के लिए 12.30 बजे से 1 बजे के बीच मिलने का समय मांगा है
बिहार में बीजेपी वेट एंड वॉच की स्थिति में है. बीजेपी नेताओं को एक्शन के बाद रिएक्शन देने को कहा गया है.बीजेपी नेता सीएम नीतीश के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.
पटना में डिप्टी CM तारकेश्वर प्रसाद के आवास पर BJP की बैठक जारी है. इसमें डिप्टी CM रेणु देवी, अध्यक्ष संजय जयसवाल, नंद किशोर यादव सहित अन्य नेता मौजूद हैं. बीजेपी सीएम नीतीश के निर्णय का इंतजार कर रही है.
JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने विधायकों की बैठक पर कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने सिर्फ राय जानने के लिए बैठक बुलाई है. आज कोई फैसले का दिन नहीं है.
बिहार: भाजपा के राज्य महासचिव (संगठन) भीखुभाई दलसानिया और राज्य भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल पटना में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर पहुंचे. राजद प्रमुख लालू यादव के आवास पर महागठबंधन के विधायकों और पटना में सीएम आवास पर जद (यू) नेताओं की बैठक चल रही है.
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनाने का फैसला हो चुका है
जेडीयू सांसद कौशलेंद्र ने कहा कि जेडीयू को तोड़ने की कोशिश की जा रही है.
CM नीतीश कुमार 1 अने मार्ग पहुंच गए हैं. यहीं जेडीयू की बैठक होगी
कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा बोले - अभी कांग्रेस के सभी विधायक, वाम दल के सभी विधायक राबड़ी आवास जा रहे हैं. वहीं महागठबंधन की बैठक होगी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार NDA से अलग होंगे तो हम लोग उनका समर्थन करेंगे. महागठबंधन नीतीश को ही मुख्यमंत्री बनाएगा लेकिन समर्थन हमलोग तब करेंगे जब वो NDA से अलग होंगे. शर्मा ने कहा कि जदयू से हमलोगों की कोई बातचीत नहीं हुई है ना कांग्रेस ने जदयू से संपर्क किया है. नीतीश के निर्णय का हम लोग इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि BJP के साथ नीतीश सरकार ठीक से नहीं चला पा रहे हैं. महंगाई, बेरोजगारी है. स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है. कानून व्यवस्था चरमराई हुई है. BJP नीतीश को काम नहीं करने देती है
बीजेपी के सह संघटन मंत्री शिव प्रसाद भी राज भवन पहुँचे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास में विधायकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. फिलहाल 6 विधायक सीएम निवास में हैं.
एआईसीसी के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास प्रदेश के एक निर्धारित दौरे पर हैं. उन्होंने विधायक दल की बैठक से पहले इसी तरह की भावनाओं को व्यक्त किया पर जब उनसे पूछा गया कि क्या नीतीश ने सोनिया गांधी से फोन पर बात की है और 11 अगस्त को उनसे मिलने का समय दिए जाने की मांग की है, इस पर उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें पता नहीं
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) सचिव और पार्टी विधायक शकील अहमद खान ने कहा, ‘‘सभी पार्टी विधायकों ने सर्वसम्मति से नीतीश के भाजपा से नाता तोड़ने की स्थिति में अस्तित्व में आने वाले नए समीकरण का समर्थन करने का संकल्प लिया है.’’
लेफ्ट विधायक अजय कुमार ने कहा बीजेपी ने नीतीश कुमार ही नहीं पूरे देश को परेशान किया है . राज्यपाल के पास कब जाएंगे और बोला कि हम लोग निर्णय बना रहे हैं. बहुत जल्द जाएंगे चिट्ठी तो हम लोग के पास में है
बिहार में राजनीतिक बदलाव की अटकलों के बीच भाजपा की राज्य इकाई की ओर से कोई प्रतिक्रिया अब तक सामने नहीं आयी है. देर शाम पार्टी नेताओं ने उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के आवास पर बंद कमरों में हालांकि मुलाकात की, पर क्या नतीजे रहे इस पर कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं दिखा.
सूत्रों का दावा है कि नीतीश कुमार इस्तीफा नहीं देंगे, बीजेपी के मंत्री हटाए जा सकते हैं ताकि हॉर्स ट्रेंडिंग न होने पाए और आरजेडी का समर्थन पत्र भी मिल जाए. अगर नीतीश कुमार इस्तीफा देते हैं तो नया शपथग्रहण होने तक जेडीयू को. हार्स ट्रेडिंग की आशंका है इस्तीफा देने का नीतीश कुमार जोखिम नहीं लेना चाहेंगे जब उनका स्पीकर या राज्यपाल न हो. हालांकि नीतीश कुमार चौंकाने के लिए माने जाते हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने कई बातों का जिक्र किया है. बीजेपी के साथ अनबन के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि जो भी कुछ भी होना है उसके लिए इंतजार करना होगा. महागठबंधन के नेताओं के इकट्ठे होने पर टाल दिया. बीजेपी का रवैया ठीक नहीं रहा है. बीजेपी ने क्या-क्या किया जिसकी वजह से हमारी पार्टी नीचे तक चली आई. क्या बीजेपी ने जेडीयू को तोड़ने की कोशिश की गई. इस पर कुशवाहा ने कहा कि जब भी सामने आएंगे साक्ष्य के साथ आएंगे..
राबड़ी आवास पर सुबह से विधायकों का पहुचना शुरू हो गया है. किसी भी विधायकों को बोलने से मना किया गया है. और बड़ी बात ये है कि किसी भी विधायकों को मोबाइल लेकर जाने की मनाही है
कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के विधायकों ने नीतीश को नई सरकार बनाने के लिए समर्थन देने वाला पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के विधायक तेजस्वी के घर पहुंचने वाले हैं .यहीं पर लेफ्ट की सभी पार्टियां पहुंचेगी. तेजस्वी की महागठबंधन के नेताओं से मुलाकात होगी.
सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम और गृह मंत्रालय चाहते हैं. अगर बात बनी तो 11 अगस्त के पहले बड़ा फैसला हो सकता है. ऐसे में सबकी निगाहें आज की होने वाली बैठक पर है. सोमवार देर शाम तक ही पार्टी से जुड़े सांसद, विधायक पटना पहुंच गए थे. कई नेता जो बाहर थे वो देर शाम की फ्लाइट से पहुंचे. हालांकि इस दौरान उन्होंने सामान्य बैठक की बात कही और एयरपोर्ट से निकल गए.
इस बीच, पार्टी द्वारा मीडिया के साथ साझा किए गए एक संचार में यह भी कहा कि राजद के संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी यादव को राजद की ओर से सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है और पार्टी के अन्य साथी द्वारा प्रसारित सभी विचारों को उनकी व्यक्तिगत राय माना जाएगा. पार्टी नेतृत्व से प्राधिकृत राय ही दल का रूख होगा.
राजद के विधायकों की मंगलावार को प्रस्तावित बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि हमारी कल की बैठक राजग में खींचतान को लेकर नहीं है. यह बहुत पहले निर्धारित किया गया था और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पार्टी विधायकों के साथ आमने-सामने बातचीत करना चाहते हैं जिनमें से कई पार्टी के सदस्यता अभियान को चलाने में ढिलाई बरत रहे हैं, जो संगठन को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है.
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी नीतीश कुमार के साथ नए सिरे से गठजोड़ के बारे में लगातार मीडिया की अटकलों पर नाराजगी व्यक्त की और कहा, ‘‘हमारी ओर से ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं भेजा गया है और न ही हमें ऐसा कोई प्रस्ताव मिला है.’’
बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष चौधरी के पास वर्तमान में राज्य मंत्रिमंडल में संसदीय मामलों का विभाग है. चौधरी ने कहा, ‘‘वरिष्ठ नेता ने पार्टी में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान कई सदस्यों के साथ संबंध बनाए होंगे. अब जबकि उनसे स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया है तो यह जानने की जरूरत महसूस की जा रही है कि अन्य वरिष्ठ नेता इस प्रकरण को कैसे देखते हैं. कल की बैठक उन्हें इसके लिए एक अवसर प्रदान करेगी.’’ आरसीपी सिंह लगभग तीन दशक तक नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी रहे हैं.
नीतीश के विश्वासपात्र माने जाने वाले राज्य के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के इस्तीफे का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मुझे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में संकट नहीं दिख रहा है. मुख्यमंत्री ने अपना जनता दरबार कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई मंत्री मौजूद थे. जदयू के विधायकों की बैठक एक वरिष्ठ नेता के पार्टी से बाहर निकलने के नतीजों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है.’’
बिहार में सभी की निगाहें अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) और मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा अपने-अपने विधायकों की बुलाई गई बैठकों पर है, जिससे राज्य में राजनीतिक बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं. सोमवार की देर शाम तक व्यस्त राजनीतिक गहमागहमी जारी रही और दोनों पार्टियों में इससे अवगत लोगों ने जोर देकर कहा कि इन दलों का पुनर्मिलन बैठकों के एजेंडे का हिस्सा नहीं है.
मुकेश सहनी ने कहा कि बीजेपी की कोशिश होती है कि वह अपने सहयोगी को खत्म कर दे. नीतीश कुमार को आरजेडी के साथ जाना चाहिए. नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी है.
लोजपा पारस गुट ने कहा- एनडीए बिहार में एक है और पहले से मजबूत है. बिहार में सब ठीक है.
बिहार सरकार के मंत्री लेसी सिंह ने कहा- नीतीश कुमार का जो निर्णय होगा मान्य होगा . हम सब के नेता नीतीश कुमार है.
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदनमोहन झा ने कहा अगले 3 दिन तक विधायक पटना में रहेंगें.
गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को फोन कर बात की. सूत्रों के मुताबिक दोनों की कुछ देर बात हुई.
बैकग्राउंड
Bihar Political Crisis Highlights: बिहार में जारी राजनीतिक अटकलों के बीच आज जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता के विधायकों और सांसदों की अलग-अलग बैठक होगी. माना जा रहा है कि इस बैठक में कुछ अहम निर्णय लिए जा सकते हैं. बीते कुछ दिनों से बिहार में जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के बीच गठबंधन के टूटने की आशंका है. समझा जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ मुद्दों पर नाराज हैं. वहीं हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने दावा किया कि एनडीए यानी गठबंधन में सब कुछ ठीक है और कुछ मुद्दों को लेकर नाराजगी है जिन्हें दूर कर लिया जाएगा.
इसके अलावा कांग्रेस ने कहा है कि अगर ऐसी कोई परिस्थिति पैदा होती है तो वह समर्थन देने को तैयार है. कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि वह निजी तौर पर सीएम नीतीश कुमार को पसंद करते हैं. बता दें सूत्रों ने यह दावा भी किया था कि सीएम नीतीश कुमार ने बीते दिनों कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.
दूसरी ओर वाम दलों ने सोमवार को कहा कि बीजेपी को छोड़कर यदि सत्ता में आने के लिए कोई गठबंधन बनता है तो वे उसका स्वागत करेंगे. बिहार में 12 विधायकों वाले सबसे बड़े वाम दल भाकपा-माले ने कहा कि यदि जदयू बीजेपी का साथ छोड़कर नए गठबंधन से जुड़ता है तो वह ‘‘मदद का हाथ बढ़ाएगा.’’
वहीं उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक मोहम्मद अब्दुल्ला आजम खान ने टिप्पणी बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी की है. अब्दुल्ला ने ट्वीट किया- 'बिहार में अगर सत्ता परिवर्तन होता है तो गठबंधन को श्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए, ये एक लम्बी लड़ाई है और इसे जीतने के लिए अगर किसी को एक कदम पीछे भी हटना पड़े तो इस क़ुर्बानी से पीछे ना हटे.'
नीति आयोग की बैठक से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूर रहने तथा केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अपना कोई प्रतिनिधि नहीं भेजने की उनकी पार्टी JDU की रविवार की घोषणा के बाद दोनों दलों (BJP एवं JDU) के संबंधों में तनाव आ गया है. इससे पहले जातीय जनगणना, जनसंख्या नियंत्रण, अग्निपथ रक्षा भर्ती योजना पर दोनों दलों की राय भिन्न रही है.
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