Bihar: बिहार में नीतीश कुमार ( Nitish Kumar) ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के साथ ही जनता दल यूनाइटेड (JDU) प्रदेश में महागठबंधन से अलग हो गई है. नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र अरलेकर को इस्तीफा सौंपा. नीतीश कुमार के इस्तीफे पर महागठबंधन सरकार में उसकी सहयोगी रही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की पहली प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है. 


महागठबंधन सरकार के टूटने पर आरजेडी नेता एजाज अहमद ने कहा, "युवाओं के रोजगार के मामले को, उनकी नौकरी के मामले को इन्होंने (नीतीश कुमार) दोबारा नफरत की राजनीति की ओर धकलने का काम किया है. बिहार के युवा जो नौकरी मिलने के बाद खुशियां महसूस कर रहे थे, जो मुस्कुराहट उनके चेहरे पर थी. उसको नीतीश कुमार ने छीना है. नीतीश कुमार ने इस्तीफा देकर तेजस्वी यादव की युवाओं के प्रति सोच को धक्का पहुंचाया है."


एजाज अहमद ने और क्या कहा?


आरजेडी नेता ने कहा कि नीतीश कुमार को ये बताना चाहिए था कि आखिर किस स्वार्थ और कारणों से भारतीय जनता पार्टी के साथ जा रहे हैं. उन्होंने कहा "ठग और लोभी का गठबंधन तैयार हो रहा है." आरजेडी नेता ने कहा नीतीश कुमार को सबसे पहले ये स्पष्ट करना चाहिए कि नौ अगस्त साल 2022 के पहले उन्होंने खुद कहा था कि भारतीय जनता पार्टी उनके अस्तीत्व को समाप्त करना चाहती है. बीजेपी उनकी पार्टी को तोड़ना चाहती है. नीतीश कुमार ने कहा था कि हम सभी समाजवादी विचारधारा के लोग उस शक्ति का मुकाबला करें, जो नफरत फैलाने का काम कर रही है.


एजाज अहमद ने कहा कि उस समय लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, कांग्रेस और वामपंथी दलों ने नीतीश कुमार को ये भरोसा दिया कि वो उनके अस्तीत्व को समाप्त नहीं होने देंगे. उनकी सोच को समाप्त नहीं होने देंगे. इसलिए नौ अगस्त साल 2022 को नीतीश कुमार का साथ देकर उनके अस्तीत्व को बचाया गया. उनकी इज्जत को भी बचाया गया, लेकिन आज नीतीश कुमार ने बीजेपी के हाथों में अपने अस्तीत्व को गिरवी रख दिया. अपने स्वार्थ में आकर उन्होंने समाजवादी सोच को गिरवी रख दिया है.


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