पटना: जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने मंगलवार को उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) पर जमकर निशाना साधा. सोमवार को ललन सिंह (Lalan Singh) ने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा संसदीय बोर्ड के फिलहाल अध्यक्ष इसलिए नहीं कहे जा सकते क्योंकि पार्टी की ओर से इन पदों के लिए चुनाव नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विमर्श के बाद ही सूची जारी होगी. इधर, उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) ने कहा कि हम लोग ने न प्रदेश में न राष्ट्र में चुनाव के लिए कोई सूची जारी की है. अभी तो कोई पदाधिकारी नहीं है. अभी कुछ भी ऑफिशियल नहीं है सिर्फ प्राथमिकी सदस्य है. ऐसे में उनके द्वारा मीटिंग बुलाने की कोई नैतिकता नहीं है.


उमेश कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा को चैलेंज देते हुए कहा कि उनको हिम्मत है तो वार्ड सदस्य का चुनाव लड़कर दिखा दें. हम दावे के साथ कह रहे कि एक बार वो चुनाव लड़कर दिखाएं उनको सब पता चल जाएगा. बहुत ज्यादा घमंड है तो एक बार उपेंद्र कुशवाहा के गांव में जाकर दिखाएं. वहां उनका क्या हाल है और क्या इमेज है सब पता चल जाएगा. बहुत कुछ है और बहुत चीजों का खुलासा होगा. 


'उपेंद्र कुशवाहा के पास न सिद्धांत और न विचारधारा'


आगे कहा कि न तो संविधान के अनुसार और न ही ऐसे किसी भी तरह की मीटिंग कैसे बुला सकता. ये पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संघर्ष की पार्टी है. उनके उपज की पार्टी है. उमेश कुशवाहा ने कहा कि देखिए उपेंद्र कुशवाहा के पास ना सिद्धांत है ना विचारधारा है. वह अति महत्वाकांक्षी हैं और मुख्यमंत्री के लिए अनाप-शनाप बयान देते हैं. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ठीक ही कहा कि कोई भी पार्टी का अपना संविधान होता है. तीन वर्ष पर संगठन का चुनाव होता है. तीन साल पर चुनाव होना है. हाल ही में हमारे संगठन का चुनाव हुआ है, जिला अध्यक्ष प्रखंड अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हुआ है.


‘कितनी बार भागे फिर आ आ गए’


उमेश कुशवाहा ने कहा कि हमें एक भी अवसरवादी नेता हिला नहीं सकता है. उनके बारे में कुछ कहने की जरूरत नहीं है. सब लोग देख रहे हैं कि जब जब उनके जीवन में अंधकार आया है, तब तक हमारे नेता ने उनके जीवन में प्रकाश देने का काम किया है. अभी जब वह यहां से गए थे 2009 में लाकर उनको राज्यसभा में पद दे दिया गया. फिर यहां से भागे, फिर वापस आकर गिर गए. हमारे नेता इतने दयालु हैं कि उनको विधान परिषद में भेजने का काम किया. उनको संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया.


आगे कहा कि हमारे पार्टी के कार्यकर्ता भी जानते होंगे कि अभी संगठन का चुनाव हुआ है. जिन लोगों को पद मिला है वह बिहार राज्य का पैनल बनाते हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद मिला है तो राष्ट्रीय कमेटी बनाएंगे. वहीं लेटर को लेकर कहा कि सूची हमारे द्वारा जारी की जाती है. उपेंद्र कुशवाहा पार्टी में अभी सिर्फ प्राथमिकी सदस्य हैं.


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