पटना: जेडीयू के बागी नेता उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) की लगता है जेडीयू से चौथी बार विदाई होने वाली है. इससे पहले वो तीन बार आना जाना कर चुके हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को ट्वीट जारी करते हुए पार्टी की एक बैठक बुलाई है. इस पर जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सोमवार को तिलमिला गए. उन्होंने जेडीयू संसदीय बोर्ड को करारा जवाब देते हुए कहा कि जेडीयू नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी पार्टी है. उपेंद्र कुशवाहा ने जो बैठक बुलाई है उसमें हम में से कोई भी नहीं जाएगा. अगर गया तो देख लेंगे ना कि आगे क्या होगा. हमारी तो सब पर नजर है.


नीतीश के संघर्ष और उपज की पार्टी जेडीयू


सोमवार को उमेश कुशवाहा ने साफ कह दिया कि जेडीयू नीतीश कुमार की पार्टी है. वो ही उनके नेता हैं. जेडीयू पार्टी नीतीश कुमार के संघर्ष और उपज की पार्टी है. उनके लोग कोई कार्यकर्ता इस बैठक में नहीं जाएंगे. अगर गए तो कार्रवाई होगी क्या? इस सवाल पर कहा कि हम लोग तो नजर रख ही रहे हैं. आप लोग देखिए न कि आगे क्या क्या होता है. इधर, मुख्यमंत्री नीतीश ने भी कहा है कि उनकी बातों पर ध्यान मत दीजिए. वो पहले भी कई दफे पार्टी छोड़कर जा चुके हैं. बार बार आते हैं तो उनको हम सम्मान देते हैं. मैंने हमेशा उनको आगे बढ़ाया है, लेकिन वो फिर दो महीने से ऐसा कर रहे. अब क्या कहें हम.


बागी नेता कुशवाहा


जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा बागी हो गए हैं. जब से जेडीयू ने आरजेडी के साथ सरकार बनाई है तब से उनके तेवर बदले बदले से रहे और अब तो पूरी तरह से बगावत कर ली है. बार बार कह रहे कि दोनों पार्टी के बीच कोई डील हुई है. उस डील को लेकर नीतीश कुमार कुछ बोलें. जेडीयू के नेताओं ने कुशवाहा से साफ तौर पर किनारा कर लिया है. पार्टी अब उनको लेकर कुछ भी न करना चाहती है और न ही कहना चाहती है.


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