Bihar Politics: मेन गेट पर लगा ताला तो विधानसभा परिसर में पीछे के रास्ते से घुसी बीजेपी, मुआवजे की मांग पर अड़ी
Bihar Hooch Tragedy Compensation: छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद लगातार बीजेपी प्रदर्शन कर रही है. बुधवार को भी मुआवजे की मांग को लेकर धरना दिया.
पटना: 13 दिसंबर को विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ था. पांच दिनों के सत्र में जहरीली शराब से मौत का मामला छाया रहा. हर दिन विपक्ष हंगामा करता रहा. बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक और विधान पार्षद सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और मृतकों के परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर विधानसभा परिसर पहुंच गए. इसकी जानकारी विधानसभा के अधिकारियों को हुई. मुख्य गेट को बंद कर दिया गया तो पीछे के रास्ते से बीजेपी के नेता अंदर घुस गए.
विधानसभा परिसर में बने बोधि वृक्ष के पास बीजेपी के विधायक और विधान पार्षद धरना पर बैठ गए. मौके पर लॉ एंड ऑर्डर के अधिकारी पहुंचे. उन्होंने बताया कि विधानसभा विधायकों के लिए है लेकिन जिस तरह से वे आंदोलन का रूप लेकर यहां पहुंचे हैं वह गलत है. विधानसभा के अधिकारियों द्वारा सूचना मिली थी. इसके बाद वे लोग पहुंचे हैं.
मुआवजा मिलने तक होगा आंदोलन
विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार जब तक जहरीली शराब से मौत मामले पर पीड़ितों को मुआवजा नहीं देती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा. कहा कि जब 2016 में शराब से मौत पर मुआवजा दिया गया है तो फिर उस नियम के तहत अभी क्यों नहीं दिया जा रहा है? सरकार आंकड़े को छुपाने की कोशिश कर रही है. बिहार सरकार के आंकड़ों के अनुसार 38 लोगों की मौत हुई है जबकि वहां 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसकी जांच होनी चाहिए.
सम्राट चौधरी ने कहा कि जब बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री शराब पीते हैं जिसका खुलासा खुद आरजेडी के विधान पार्षद ने किया है तो फिर शराबबंदी कैसे सफल होगी? वहीं बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर बचोल ने कहा कि मुख्य गेट पर ताला लगा दिया गया. विधानसभा पर विधायक का अधिकार होता है, लेकिन हम विधायकों को विधानसभा आने से रोका जा रहा है. यह तानाशाही रवैया सरकार अपना रही है.
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