पटना: नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के मंत्री जीवेश मिश्रा (Jivesh Mishra) ने उन अधिकारियों को माफ कर दिया है, जिनकी वजह से गुरुवार को उनकी कार रोक दी गई थी. सत्र को चौथे दिन चले हाई वॉल्टेज ड्रामा के बाद श्रम संसाधन मंत्री ने शुक्रवार को सदन के अंदर उन अधिकारियों को माफ करने का एलान किया. हालांकि, उनकी माफी के बाद भी बीजेपी (BJP) के नेता अधिकारियों की इस लापरवाही को माफ करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं. बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि दोषी पर कार्रवाई होगी.
तारकिशोर प्रसाद ने कही ये बात
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, " जीवेश मिश्रा एक सक्षम, कुशल मंत्री हैं. राज्य सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया है. किसकी ढिलाई के कारण यह घटना हुई इसका पता लगाने को कहा गया है. एक बार यह हो जाने के बाद हम निश्चित रूप से उपयुक्त उपाय करेंगे."
जानें क्या है पूरा मामला
मालूम हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के मंत्री जीवेश मिश्रा (Jivesh Mishra) ने गुरुवार को पटना के डीएम और एसएसपी पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि पटना के डीएम-एसपी की वजह से उनकी गाड़ी को विधानसभा में आने से रोका गया है. मंत्री की मानें तो एक पुलिस वाले ने उनकी गाड़ी रोकी, जिसके बाद सामने से डीएम और एसपी की गाड़ी निकल गई.
इस घटना के बाद वे आग बबूला हो गए थे और अपनी कार से उतर कर जोर-जोर से सबके सामने चिल्लाने लगे थे. उन्होंने वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से कहा था कि हम सरकार हैं. एसपी और डीएम की गाड़ी के कारण मंत्री की गाड़ी को रोकना कहां का कानून है? जिस अधिकारी ने गाड़ी रोकी है, जब तक उसका सस्पेंशन नहीं होगा, वे सदन के अंदर नहीं जाएंगे.
मनाने पर मान गए मंत्री
गुरुवार को जिस तरह बीजेपी (BJP) कोटा से मंत्री बने जीवेश मिश्रा (Jivesh Mishra) पटना के डीएम और एसएसपी पर भड़के थे, उसके बाद ये तय माना जा रहा था कि बड़ा बवाल होगा. लेकिन दिन भर जारी रहे बवाल के बाद पटना डीएम और एसएसपी दोनों देर रात मंत्री के आवास पहुंचे और उन्हें मना लिया. अधिकारियों के आवास पहुंचने के बाद मंत्री पिघल गए और अपने आरोपों से भी पलट गए.
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