पटना: सोमवार को बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन था. समापन के दौरान विधानसभा में राष्ट्रगीत (National Anthem) नहीं हुआ. इसको लेकर बीजेपी (BJP) के नेता काफी नाराज दिखें. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Vijay Sinha) ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण के राजनीति में ये लोग इतना नीचे गिर गए हैं कि अध्यक्ष सत्ता के दबाव में राष्ट्रगीत को नहीं करा रहे हैं, ये बहुत ही दुखद है.


'आज इस परंपरा को तोड़ी गई है'


विजय सिन्हा ने कहा कि समापन के दौरान पहले भी राष्ट्रगीत होता रहा है, आज इस परंपरा को तोड़ी गई है. इस अपमान को हम लोग नहीं सहेंगे. सत्ता में रहने वालों को इस तरह का खेल कभी नहीं खेलना चाहिए, जिन्होंने इस तरह की राजनीति का खेल खेला है, उनको लज्जित होना चाहिए. इस पर तुष्टीकरण की राजनीति नहीं होनी चाहिए.


ये परंपरा ठीक नहीं है- नेता प्रतिपक्ष


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष जब शपथ लिए थे ,उस समय भी समापन के समय राष्ट्रगीत हुआ था. राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान हमारे एकता का प्रतिक है, गर्व का विषय है. आज काला दिवस है. इन लोगों ने राष्ट्रगीत नहीं कराकर पूरे बिहार के लोगों को लज्जित किया है, राष्ट्रगीत नहीं कराने वालों को माफी मांगनी चाहिए. विधानसभा में ये परंपरा ठीक नहीं है.


सीपीआईएमल ने किया प्रदर्शन


बता दें कि बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन विधानसभा परिसर में सीपीआईएमल (CPIML) के सभी 12 विधायकों ने प्रदर्शन किया. जहरीली शराब कांड में मरे लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की. विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि मुआवजा देने का प्रावधान है. वहीं, बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद नीतीश कुमार ने साफ कह दिया है कि वह मुआवजा नहीं देंगे.


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