पटना: बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Mosi) ने बिहार के लिए स्पेशल स्टेटस की मांग करने को लेकर बिहार सरकार और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला बोला. उन्होंने महागठबंधन सरकार के लोगों पर कई सवाल दागे. कहा कि ताकतवर केंद्रीय मंत्री रहते लालू, नीतीश विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिला पाए? बिहार को 1.40 लाख करोड़ का विशेष पीएम पैकेज से बड़ी मदद मिल रही, लेकिन राज्य सरकार पैकेज का उपयोग करने और जमीन देने में विफल है. आगे कहा कि वित्त आयोग की रिपोर्ट ने विशेष राज्य की अवधारण को ही नकार दिया.


‘लालू आधी रात को राष्ट्रपति शासन लगवाने की ताकत रखते थे”


पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब लालू प्रसाद और नीतीश कुमार केंद्र में ताकतवर मंत्री थे, तब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिला पाए. लालू प्रसाद तो बिहार में राष्ट्रपति शासन लगवाने के लिए आधी रात के बाद राष्ट्रपति को जगा कर उनका हस्तक्षर करवाने का सुपर पावर रखते थे. वे तेजस्वी यादव को बताएं कि विशेष दर्जा दिलाने में क्यों विफल रहे? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बिहार को 1.40 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज के रूप में जो सहायता दी, वह विशेष दर्जा से अधिक लाभकारी है. 


नीतीश कुमार अपनी विफलता पर डाल रहे पर्दा


आगे कहा कि राज्य सरकार विशेष पैकेज की योजनाएं लागू करने के लिए जमीन नहीं उपलब्ध करा पाई. नीतीश कुमार विशेष राज्य के मुद्दे का राजनीतिकरण कर विभिन्न समितियों की रिपोर्ट को झुठलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की पहल पर तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम ने विशेष राज्य के मुद्दे पर इंटर मिनिस्ट्रियल ग्रुप बनाया था. रघुराम राजन कमेटी ने भी इस पर विचार किया था. ग्रुप और कमेटी, दोनों ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग स्वीकार नहीं की. मोदी ने कहा कि 14 वें और 15 वें वित्त आयोग की रिपोर्ट ने तो विशेष राज्य की अवधारणा को ही खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इन तथ्यों की अनदेखी कर नीतीश कुमार का बार-बार विशेष राज्य की मांग करना अपनी विफलता पर पर्दा डालने की थेथरोलॉजी-मात्र है.


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