मोतिहारी: बिहार में कानून व्यवस्था के संबंध में किए जा रहे लंबे-चौड़े दावों के बीच जेडीयू के सहयोगी दल बीजेपी ने ही सूबे की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के एक पोस्ट पर सियासी घमासान मच गया है. उनके इस बयान के बाद विपक्ष लगातार हमलावर है. विपक्ष का कहना है बीजेपी सोची-समझी रणनीति के तहत ऐसा बयान दे रही है क्योंकि गृह विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास है.


दरअसल, बिहार के मोतिहारी के तुरकौलिया थानाध्यक्ष की कथित लापरवाही के बाद बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सह पश्चिम चम्पारण सांसद संजय जायसवाल ने शुक्रवार को फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी और सूबे की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे.


संजय जायसवाल ने लिखा था, " सुबह बेतिया से पटना की ओर चला हूं. रास्ते में सेमरा में जनता ने सड़क जाम किया था. उनसे मिलने पर पता चला कि सेमरा में आए दिन चोरी हो रही है और आज जब गांव वालों ने चोर को पकड़ने का प्रयास किया तो वह मोटरसाइकिल छोड़कर भागने में सफल हुआ. तुरकौलिया थाना प्रभारी को फोन किया गया तो उल्टे में वह गांव वालों को धमकाने लगा कि हम आएंगे तो तुम ही लोगों को गिरफ्तार करेंगे."


उन्होंने लिखा था, " पूर्वी चंपारण के थानों में बहुत अव्यवस्था हो गई है. रक्सौल से लेकर मोतिहारी तक लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं और मोतिहारी पुलिस प्रशासन अपराधियों को पकड़ने में अक्षम सिद्ध हो रहा है. रक्सौल हत्याकांड के बारे में भी मैंने बात किया था नतीजा अभी तक नहीं निकला. मैं आज स्वयं डीजीपी से मिलकर पूर्वी चंपारण जिले के कानून व्यवस्था के बारे में बात करूंगा."


उनके इस पोस्ट के बाद बवाल मच गया, जिसके बाद थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की गई. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक नवीन चन्द्र झा ने बताया कि थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है.


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