पटना: नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने बुधवार को कहा कि अपने एक पूर्व मंत्री के खिलाफ कार्रवाई के मामले में आरजेडी (RJD) की नीयत में ही खोट है. मुख्यमंत्री को सच का आईना दिखाने वाले अपने पूर्व मंत्री को नोटिस थमा रहा है. ए टू जेड की पार्टी का दावा करने वाली आरजेडी कार्रवाई के मामले में दोहरा मापदंड अपना रही है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) पर आरजेडी कार्रवाई से इसलिए बचना चाह रही है कि वे 'वाई' है और सुधाकर सिंह को इसलिए नोटिस देकर कार्रवाई की धमकी दी जा रही है कि वे एम-वाई समीकरण से बाहर हैं इसलिए कार्रवाई के मामले में भी आरजेडी दोहरा मापदंड अपना रही है.
नैतिक बल खो चुके हैं मुख्यमंत्री- विजय सिन्हा
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आरजेडी के पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने तो मंत्री पद पर रहते हुए नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार से अवगत कराने की कोशिश की लेकिन नैतिक बल खो चुके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सच बर्दाश्त नहीं हुआ, परिणामत कृषि मंत्री को अपना पद गंवाना पड़ा. भ्रष्टाचार में डूबे आरजेडी को भी भला सच कैसे स्वीकार होगा? वहीं, दूसरी ओर रामचरितमानस की निंदा कर समाज को नफरत की आग में झोंकने की साजिश करने वाले शिक्षा मंत्री को समर्थन दे रही है, यह आरजेडी के एम-वाई समीकरण के दायरे में हैं. इस तरह से ए टू जेड की पार्टी का दावा करने वाली आरजेडी कार्रवाई के मामले में दोहरा मापदंड है.
'आरजेडी एम-वाई समीकरण तक ही सीमित है'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विपक्ष और सत्ताधारी जेडीयू सहित अन्य सामाजिक, सांस्कृतिक संगठनों के तीखे विरोध के बावजूद न तो आरजेडी और न ही मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की हिम्मत जुटा पा रहे हैं. दरअसल ए टू जेड की पार्टी होने का दावा करने वाली आरजेडी आज भी महज अपने पुराने एम-वाई समीकरण तक ही सीमित है. दूसरी ओर वोटों के ध्रुवीकरण और तुष्टिकरण की राजनीति के तहत शिक्षा मंत्री के दिए गए घोर आपत्तिजनक बयान के बावजूद आरजेडी का शीर्ष नेतृत्व उनके समर्थन में खड़ा है.
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