Bihar Politics: चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव के सुर से मिलाया सुर, सीएम नीतीश कुमार पर साधा निशाना, पूछा ये सवाल
इस पूरे मामले में सीएम नीतीश काफी गंभीर हैं. उन्होंने कल कहा था, " वहां पर कोई गड़बड़ तो हो ही रही है. कुछ लोग जानबूझकर कर जो लोग बाहर से काम करने के लिए वहां पहुंचे हैं, उन्हें टारगेट कर रहे हैं."
पटना: जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा बिहारी मजदूरों की हत्या के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) समेत विपक्ष के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनके पंद्रह साल के शासनकाल पर निशाना साध रहे हैं. इधर, एलजेपी(रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) पूरे मामले पर तेजस्वी के सुर से सुर मिलाते दिख रहे हैं. जिन मुद्दों पर तेजस्वी ने नीतीश कुमार को घेरा है, वो भी वही मुद्दे उठाते दिख रहे हैं.
रोजगार का क्या इंतजाम किया
मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए चिराग ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, " बिहार के जो बेटे कश्मीर में मारे गए उनकी मौत की कीमत कुछ लाख रुपये लगा कर बिहार सरकार निश्चिन्त हो गई. सवाल ये हैं कि जो जान बचाकर बिहार लौट रहे हैं उनके लिए यहां अपने घर में रोजगार का क्या इंतजाम किया है नीतीश जी ने?"
बिहार के जो बेटे कश्मीर में मारे गए उनकी मौत की कीमत कुछ लाख रुपये लगा कर बिहार सरकार निश्चिन्त हो गयी।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 19, 2021
सवाल ये हैं कि जो जान बचाकर बिहार लौट रहे हैं उनके लिए यहां अपने घर में रोजगार का क्या इंतजाम किया है नीतीश जी ने ?
इससे पहले सोमवार को तेजस्वी ने ट्वीट कर इसी मुद्दे पर सीएम नीतीश को घेरा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, " डबल इंजन सरकार की बिहारवासियों पर डबल मार पड़ रही है. बिहार में नौकरी-रोजगार देंगे नहीं, बाहर जाओगे तो मार दिए जाओगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बिहारी की जान की कीमत दो लाख रुपए लगा कर बिना कोई संवेदना प्रकट किए फिर सुषुप्त अवस्था में चले जाएंगे."
सर्पदंश और ठनके से मौत पर बिहार सरकार 4 लाख का मुआवज़ा देती है लेकिन सरकार की नाकामी के कारण पलायन कर रोजी-रोटी के लिए बाहर गए बिहारी श्रमवीरों को आतंकवादियों द्वारा मारे जाने पर 2 लाख रुपए देती है। गजब!
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 18, 2021
“अन्याय के साथ विनाश” ही नीतीश-भाजपा सरकार का मूल मंत्र है।
तेजस्वी ने कहा था, " सर्पदंश और ठनके से मौत पर बिहार सरकार 4 लाख का मुआवजा देती है, लेकिन सरकार की नाकामी के कारण पलायन कर रोजी-रोटी के लिए बाहर गए बिहारी श्रमवीरों को आतंकवादियों द्वारा मारे जाने पर दो लाख रुपए देती है. गजब. अन्याय के साथ विनाश ही नीतीश-भाजपा सरकार का मूल मंत्र है."
मामले को लेकर सीएम नीतीश गंभीर
हालांकि, इस पूरे मामले में सीएम नीतीश काफी गंभीर हैं. उन्होंने कल पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, " वहां पर कोई गड़बड़ तो हो ही रही है. कुछ लोग जानबूझकर कर जो लोग बाहर से काम करने के लिए वहां पहुंचे हैं, उन्हें टारगेट कर रहे हैं, क्योंकि घर के अंदर घुसकर जैसी घटना हुई है, वो सामान्य नहीं है. ऐसे में जैसी ही हमें जानकारी मिली, वैसे ही हम सक्रिय हो गए हैं. वहां भी हमने अलर्ट किया कि देख लें पूरे मामले को क्योंकि लोग तो भारत के किसी भी कोने में जाने के लिए स्वतंत्र हैं. गरीब लोग काम करने जाते हैं, लेकिन उनकी हत्या हो रही तो इस पर जरूर एक्शन होना चाहिए."
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