पटना: बिहार में शराबबंदी कानून के लागू होने के बावजूद प्रदेश में आए दिन जहरीली शराब पीने से मौत की घटना सामने आती है. बीते दिनों कथित जहरीली शराब पीने से गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, सीवान और मुजफ्फरपुर में 50 से अधिक लोगों की जान चली गई है. इस घटना के बाद विवाद जारी है. विपक्ष सूबे के मुखिया नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को सवालिया कठघरे में खड़ा कर रही है. इसी क्रम में जमुई सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी ने नीतीश सरकार (Nitish Government) पर हमला बोला है. साथ ही प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है.


खुद अपनी पीठ खुद थप थपा रही पुलिस


पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बिहार में पिछले पांच साल से शराबबंदी है, मगर हर दिन किसी न किसी बिहारी की मौत जहरीली शराब से हो रही है. पिछले 50 दिनों के भीतर तो भयावह तरीके से मौत का तांडव मच गया है. हर दिन चार से पांच लोग अपनी जान गवा रहे हैं. वहीं, बिहार सरकार मूकदर्शक बन शराबबंदी के लिए अपनी पीठ खुद थप थपा रही है. राज्य सरकार के नेता, मंत्री, शासन प्रशासन अधिकारी, कर्मचारी के मिली भगत से शराब की तस्करी जोरों पर है.


Bihar News: समस्तीपुर में दो आर्मी जवान समेत चार की मौत, पांच इलाजरत, जहरीली शराब से घटना की आशंका


पूरे बिहार में आंदोलन करेगी पार्टी


ऐसे में पार्टी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस सरकार को जल्द से जल्द बर्खास्त कर राज्य को सेना के हवाले करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाए. साथ ही बिहार की जनता को इस निष्ठुर सरकार से बचाएं. वहीं, मृतक के परिवार वाले को 25 लाख रुपए के मुआवजा के साथ परिवार के किसी एक सदस्य को राज्य सरकार सरकारी नौकरी दे. ऐसा नहीं हुआ तो इस पूरी घटना को लेकर जल्द व्यापक स्तर पर एलजेपी (रामविलास) पूरे बिहार में आंदोलन करेगी.



यह भी पढ़ें -


अपने ही परिवार को साधने में जुटे तेज प्रताप! उपचुनाव में हार के बाद शुरू हुआ पोस्टर वार, तेजस्वी को दिया 'ज्ञान'


Bihar Politics: BJP ने फिर बताई JDU की 'हैसियत', बीजेपी की वजह से ही उपचुनाव में जीतने का किया दावा