Bihar Politics: 'बीमार आदमी ही खुद को बताता है ठीक', ललन सिंह के बयान पर चिराग पासवान ने कसा तंज, पढ़ें क्या कहा
चिराग ने कहा कि एमएलसी चुनाव में जिस तरह से एनडीए को सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है, यह अपने आप में दर्शाता कि बिहार के दबे कुचले और वंचित लोग अब एनडीए पर विश्वास नहीं कर रहे हैं.
पटना: 'मेरी तबीयत ठीक है, ये बात बार-बार वही आदमी दोहराता है, जो बीमार हो." उक्त बातें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने जेडीयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कही. दरअसल, ललन ने बीते दिनों एक कार्यक्रम के दौरान सहयोगी दल बीजेपी पर हमला साधते हुए कहा था कि सीएम नीतीश कुमार (Nitish kumar) किसी की दया पर नहीं अपने दम पर मुख्यमंत्री हैं. उनके इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग ने कहा कि ये बाते कहने की अगर उन्हें जरूरत पड़ रही है, तो साफ है कि जेडीयू-बीजेपी के बीच सब ठीक नहीं है.
वंचितों को एनएडीए पर भरोसा नहीं
दिल्ली रवाना हो रहे चिराग ने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एमएलसी चुनाव में जिस तरह से एनडीए (NDA) को सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है, यह अपने आप में दर्शाता कि बिहार के दबे कुचले और वंचित लोग अब एनडीए पर विश्वास नहीं कर रहे हैं. वहीं, बोचहां में हो रहे उपचुनाव के संबंध में उन्होंने कहा कि हम इसमें कुछ नहीं बोलेंगे. लेकिन जिस तरह से बिहार में गरीबों के आवाज दबाया जा रहा है, यह जनता को समझना होगा.
बातचीत के दौरान चिराग ने कहा, " बीते दिनों हमने रेल मंत्री से मुलाकात की थी. इस दौरान हमने उनसे मांग की, कि हाजीपुर स्टेशन का नाम हमारे पिता रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) के नाम से हो क्योंकि रामविलास कई सालों तक हाजीपुर से नेतृत्व करते रहे हैं और गरीबों की आवाज बने हैं." उन्होंने कहा कि पटना आने का मेरा मुख्य मकसद था कि 14 अप्रैल को जो हम लोग अंबेडकर जयंती मनाएंगे, उस संबंध में बातचीत करना.
बिहार के सभी जिलों में लगेगी मूर्ती
चिराग ने कहा कि 14 अप्रैल को ये निर्णय लिया जाएगा कि बिहार के सभी जिलों में रामविलास पासवान की मूर्ति लगे. ताकि लोग कई सालों तक रामविलास पासवान को जान सकें और समझ सकें कि वे गरीबों और दबे कुचले के मसीहा थे. मूर्ती लगाने के लिए जगह की मांग करने लिए हम सीएम नीतीश से मिलेंगे. अगर बिहार सरकार हमें जगह देती है तो उसी जगह पर मूर्ति लगाएंगे. अगर नहीं देती है तो भी हम लोग अपने स्तर से सभी जिलों में मूर्ति लगाएंगे.
एलजेपी (रामविलास) ने कहा कि सबसे पहली मूर्ति का पांच जुलाई को हाजीपुर में लोकार्पण होगा. उसके बाद अक्टूबर महीने में उनके घर शहरबन्नी में मूर्ति स्थापिक की जाएगी. हमें उम्मीद है कि अंबेडकर जयंती 2023 तक कई जिलों में मूर्तियां लग जाएंगीं.
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