पटनाः जेडीयू (JDU) का असली बिग बॉस कौन है इसका फैसला हो गया है. जेडीयू कार्यालय के बाहर लगे पोस्टरों से इसे समझा जा सकता है. जिस पोस्टर को पार्टी मुख्यालय के बाहर लगाया गया है उसमें सिर्फ नीतीश कुमार हैं. इसमें ना तो ललन सिंह, ना आरसीपी सिंह और ना ही उपेंद्र कुशवाहा हैं. नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ ही दूसरी तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर है. पोस्टर के जरिए यह साफ कर दिया गया है कि पिछले दिनों पार्टी में जो कुछ भी हुआ उसके बाद नीतीश कुमार ने कमान खुद अपने हाथ में ले ली है और किसी को भी यह मौका नहीं देना चाहते हैं, जो विवाद का कारण बने.
दरअसल, जनता दल यूनाइटेड में राष्ट्रीय परिषद की बैठक 29 अगस्त को होनी है. 28 अगस्त को पदाधिकारियों की बैठक है. इसको लेकर पार्टी मुख्यालय में यह पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर में पार्टी के सारे दिग्गज नेताओं को दरकिनार कर यह जाहिर कर दिया गया है कि नीतीश कुमार की पकड़ अब भी सबसे मजबूत है.
पोस्टर लगाने से शुरू हुई थी लड़ाई
गौरतलब हो कि जिस तरीके से केंद्रीय मंत्री बनने के बाद आरसीपी सिंह जब पटना पहुंचने वाले थे उस वक्त उनका पोस्टर लगाया गया था जिसमें ललन सिंह की तस्वीर गायब थी. उसपर विपक्ष ने भी सवाल खड़े किए कि जेडीयू के अंदर अलग-अलग गुट बना हुआ है. बीते दिन की बात करें तो बीजेपी के द्वारा भी सवाल खड़ा किया गया कि जनता दल यूनाइटेड के अंदर तीन पावर सेंटर हैं. हालांकि इस बयान पर संजय झा का भी बयान आया और उन्होंने कहा कि हमारे एक ही नेता हैं और हमारे यहां एक ही पावर सेंटर है वह हैं नीतीश कुमार.
प्राकृति आवश्यकता को पूर्ति करती है, लालच की नहीं
प्राकृति आवश्यकता को पूर्ती करती है परंतु लालच की नहीं. इस मैसेज के जरिए यह बताने की कोशिश की गई कि जरूरत से ज्यादा करना सही नहीं है. जो कहीं न कहीं पार्टी के नेताओं की तरफ इशारा करती है. वहीं दूसरे पोस्टर में लिखा है न्याय के साथ विकास से कानून का राज जनता दल यूनाइटेड और उसमें भी चेहरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही है. तीसरे पोस्टर में भी चेहरा नीतीश कुमार का है और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ पाप कर्म की व्याख्या इसमें किया गया है. पोस्टर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जनता दल यूनाइटेड में एक ही नेता है वह हैं नीतीश कुमार.
यह भी पढ़ें-
बिहारः ROB के उद्घाटन से JDU को रखा गया दूर, केंद्रीय मंत्री के साथ BJP से इन नेताओं को आमंत्रण