पटना: पीएम मैटेरियल वाले बयान के बाद विवादों में घिरे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को सुपर एक्टिव मोड में दिखे. उन्होंने सूबे के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का तीनों मार्गों से दौरा किया. कल पूरे दिन कभी वे हवा में उड़े, फिर कभी पानी में उतरे. मंदिर में मत्था टेका, फिर सड़कों की धूल फांकी. वहीं, पटना लौटने पर सोने से पहले अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में क्लास लगाई.
अधिकारियों से ली जानकारी
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को मधुबनी ओर दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने निकले थे. इस दौरान उन्होंने दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान के पूर्वी प्रखंड स्थित ग्राम अदलपुर और सहोरवा में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया. हरौली पंचायत स्थित असमा हेलीपैड से एनडीआरएफ की बोट से मुख्यमंत्री ने ग्राम अदलपुर, सहोरवा सहित बाढ़ के पानी से पूरी तरह जलमग्न हो चुके आस-पास के इलाकों का जायजा लिया. वहीं, मुख्यमंत्री ने सड़क किनारे शरण लिए हुए बाढ़ प्रभावित लोगों को दी जा रही सुविधाओं के संबंध में भी अधिकारियों से पूरी जानकारी ली.
इस दौरान उन्होंने दिवंगत विधायक शशि भूषण हजारी के शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी. वहीं उनके और उनकी रेखा हजारी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी. मालूम हो कि 1 जुलाई 2021 को शशि भूषण हजारी और 29 जुलाई को उनकी धर्मपत्नी रेखा हजारी का निधन हो गया था.
कुशेश्वर नाथ महादेव मंदिर की परिक्रमा की
दौरे के दौरान नीतीश कुमार ने बाबा कुशेश्वरनाथ महादेव मंदिर, दरभंगा में पूजा अर्चना कर राज्य की तरक्की, सुख, शांति, समृद्धि और बाढ़ से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए कामना की. पूजा अर्चना के क्रम में मुख्यमंत्री ने कुशेश्वर नाथ महादेव मंदिर की परिक्रमा भी की. दरभंगा और मधुबनी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण करने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे बाढ़ प्रभावित इलाकों का लगातार हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं. इसके साथ ही मौके पर जाकर स्थिति का जायजा भी ले रहे हैं.
अधिकारियों के साथ की वर्चुअल मीटिंग
उन्होंने कहा कि दरभंगा और मधुबनी जिलों में कई जगहों पर बाढ़ का पानी घटा है, लेकिन कुछ जगहों पर अगर पानी एक बार जमा हो जाता है, तो जल्दी निकलता नहीं है. इससे लोगों को परेशानी होती है. नदियों पर तटबंधों के निर्माण से लोगों को बाढ़ से राहत मिलेगी, इस पर भी काम चल रहा है. जल संसाधन विभाग के अधिकारी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
पत्रकारों से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री अपने आवास पहुंचे जहां उन्होंने देर शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हर घर नल का जल योजना की मौजूदा प्रगति की जानकारी लेते हुए विभागीय अधिकारियों से बातचीत की.
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