Bihar News: बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. एक तरफ जहां बिहार महागठबंधन की सहयोगी कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वो 2025 का चुनाव 2020 के विधानसभा चुनावों से कम सीटों पर नहीं लड़ेंगी. वहीं दूसरी तरफ से राजद नेता तेजस्वी यादव की माई-बहिन मान योजना की घोषणा को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है.
दरअसल, पटना में रविवार को एएनआई से बातचीत के दौरान जब कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह से RJD नेता तेजस्वी यादव की ओर से की गई माई-बहिन मान योजना की घोषणा पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि महिलाओं को 2500 क्या उससे ज्यादा भी दे सकते हैं तो देना चाहिए. पहले सरकार तो बने. सरकार बनाने की लड़ाई लड़नी चाहिए.
‘नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन को धोखा दिया’
वहीं जब कांग्रेस नेता से पूछा गया कि उमर अब्दुला का कहना है कि इंडिया अलायंस का गठन नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुआ, लेकिन कुछ लोग नहीं चाहते थे कि नीतीश कुमार कन्वीनर बने. इसपर कांग्रेस सांसद ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है, नीतीश कुमार उससे पहले बातचीत कर चुके थे, इंडिया गठबंधन को उन्होंने धोखा दिया.
‘हमारा लक्ष्य पहले सरकार बनाना है’
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता शाहनवाज आलम की भी प्रतिक्रिया आई थी. उन्होंने कहा कि बिहार में न कोई बड़ा भाई है न कोई छोटा भाई. विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा लोकसभा चुनाव में जीत की स्ट्राइक के मुताबिक होगा. वहीं माई-बहिन मान योजना की घोषणा पर उन्होंने कहा कि अगर सरकार बनी तो ढाई हजार क्या इससे भी अधिक राशि दी जा सकती है. लेकिन, उससे पहले हमारा लक्ष्य पहले सरकार बनाना है और इस सरकार को उखाड़ फेंकना है.
वहीं इंडिया गठबंधन की कमान बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सौंपने को लेकर भी कांग्रेस और राजद के बीच मतभेद देखा गया था. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इंडिया गठबंधन की कमान ममता बनर्जी को देने की बात कहीं थी, जिसका कांग्रेस ने जमकर विरोध किया.
यह भी पढ़ें: Bihar: ‘न माई याद आई और न बहन, अपना MY समीकरण...’, चिराग पासवान का तेजस्वी यादव पर निशाना