पटना: बिहार में जेडीयू और आरजेडी के बीच दरार का बीजेपी नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने सबूत दिया है. मंगलवार को सुशील मोदी ने बयान जारी कर महागठबंधन सरकार पर हमला बोला. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Bihar Education Minister) बिहार के युवाओं को क्या तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की तरह नॉन-मैट्रिक छात्र और माता-पिता की सत्ता का दुरुपयोग कर 22 साल की उम्र में अरबों रुपये की 53 सम्पत्ति का मालिक बनने की नसीहत दे रहे हैं?
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि श्रीराम का नायकत्व स्थापित करने वाले धर्मग्रंथ मानस की निंदा कर चंद्रशेखर अब अपने ट्वीट से तेजस्वी यादव को समाज का नायक बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हिंदू भावनाओं का अपमान करने के कारण जिस मंत्री को पार्टी से निष्कासित और मंत्री-पद से बर्खास्त करना चाहिए था, उसे अपनी प्रशंसा पर मुग्ध तेजस्वी यादव बचाब कर रहे हैं.
'महागठबंधन में दरार अब शिखर तक चौड़ी'
सुशील कुमार मोदी ने महागठबंधन में दरार का सबूत देते हुए कहा कि जब नीतीश कुमार मानस-निंदक शिक्षा मंत्री से बयान वापस लेने का आग्रह करने की बात कह रहे हैं और उनके डिप्टी सीएम उसी मंत्री का बचाव कर रहे हैं तब जाहिर है कि महागठबंधन में दरार अब शिखर तक चौड़ी हो गई है.
नीतीश भी खुलकर नहीं दे रहे जवाब
बता दें कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को लेकर जो बयान दिया उसके खिलाफ पार्टी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वहीं नीतीश कुमार भी खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं. मंगलवार को नीतीश कुमार ने इतना कहा कि सब लोग जिस ढंग से धर्म का पालन करते हैं, वह पालन करें. उनको इज्जत मिलनी चाहिए. इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होनी चाहिए. जिसको जो मन करे, वही पूजा करें, लेकिन इन सब चीजों पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.
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