पटना: बिहार विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो गया है. जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार की नेतृत्व में एनडीए सरकार और मंत्री मंडल का गठन हो चुका है. चुनाव भले भी खत्म हो गया हो लेकिन राजनीतिक पार्टियों के बीच अलग-अलग मुद्दों के लेकर जीच जारी है. अब इसी सियासी घमासान के बीच कल से 17वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होगा. 23 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले पांच दिवसीय इस सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष के कई मुद्दों पर आमने-सामने आने की संभावना है.


17वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र का कल पहला बैठक होगा, जिसमें बिहार विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी द्वारा सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ ग्रहण कराया जाएगा. वहीं, बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव भी इसी सत्र होना है.


मालूम हो कि इस बार बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने की संभावना है. सदन में संख्या बल को देखते हुए अध्यक्ष का चुनाव महज औपचारिकता मात्र होगी. 26 नवंबर को राज्यपाल फागू चौहान दोनों सदनों के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे और सत्र के आखिरी दिन यानी 27 नवंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के साथ सरकार की ओर से उत्तर होगा. उसके बाद सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया जाएगा.


इस बार सदन में विभिन्न पार्टियों से 90 विधायक ऐसे होंगे जो पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं. पिछले सत्र के 89 सदस्य दोबारा जीत कर आए हैं. इनमें 64 विधायक ऐसे हैं जो पहले कभी न कभी जीत चुके हैं. लेकिन 2015 में उन्हें मौका नहीं मिला था.