Bihar Politics: पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- सदन में शपथ ग्रहण करने के दौरान कहें ये बात
नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी को शपथ ग्रहण करने के दौरान कहना चाहिए कि देश के संविधान की मूल आत्मा है सुचिता, उस सुचिता पर मैं लगातार हमला करता रहूँगा और निर्लज्जता की पराकाष्ठा पार करता रहूँगा.
पटना: बिहार में पिछले कुछ दिनों से चल रहे सियासी घमासान के बीच सूबे के नए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है. मेवालाल ने गुरुवार को पहले मंत्री पद ग्रहण की और फिर मीडिया से बातचीत में खुद पर लगे आरोपों पर सफाई दी. इसके बाद वो सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने गए और उनसे मुलाकात के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
हालांकि, मेवालाल के इस्तीफे के बाद भी सियासत जारी है. अब जेडीयू नेता नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग उठा रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को विधानपार्षद नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि हालांकि लालू परिवार से राजनीति में नैतिकता की उम्मीद नहीं की जा सकती है लेकिन हमारी उम्मीद इतनी भर है कि सदन के सदस्य होने के नाते जब माननीय तेजस्वी यादव शपथ लें तो यह जरूर बोलें कि मैं तेजस्वी यादव कैदी नंबर 3351 लालू प्रसाद का बेटा शपथ लेता हूँ कि मैं धारा 302 का आरोपी, SC/ST Act का आरोपी, आर्म्स एक्ट का आरोपी, भ्रष्टाचार के विभिन्न मामले का आरोपी होने के बावजूद इतना निर्लज्ज हूँ कि मैं सदन में शपथ ले रहा हूँ.
नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी को शपथ ग्रहण करने के दौरान कहना चाहिए कि देश के संविधान की मूल आत्मा है सुचिता, उस सुचिता पर मैं लगातार हमला करता रहूँगा और निर्लज्जता की पराकाष्ठा पार करता रहूँगा. हमें उम्मीद है कि निश्चित रूप से तेजस्वी यादव इसका अनुसरण करेंगे.
मालूम हो कि गुरुवार को शिक्षा मंत्री के इस्तीफा देने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला था. तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा था कि सिर्फ एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी.
तेजस्वी यादव ने लिखा था, ''माननीय मुख्यमंत्री जी, जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें. महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी. अभी तो 19 लाख नौकरी, संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे. जय बिहार, जय हिन्द.''
दरसअल, तारापुर विधायक मेवालाल चौधरी जिन्हें शिक्षा विभाग की जिममेदारी सौंपी गई थी, वो कृषि विश्वविद्यालय, सबौर में नियुक्ति घोटाले में आरोपित हैं. उन्हें कैबिनेट में जगह देकर नीतीश कुमार फंस गए थे. एक दागी नेता को मंत्री बनाए जाने पर विपक्ष लगातार सीएम नीतीश के जीरो टॉलरेंस पर सवाल खड़े कर रही थी. वहीं, नियुक्ति घोटाला मामले में आरोपित मेवलाल को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे. ऐसे में उन्होंने खुद ही मंत्री पद ग्रहण करने के चंद घंटों बाद इस्तीफा दे दिया था.
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