CM नीतीश के 'लाल किले' वाले इफ्तार पर गिरिराज बोले- 'एफिडेविट करवा कर नाम में ही पीएम सटवा लें'
Bihar Political News: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ ट्वीट कर तंजिया लहजे में लिखा, लाल किला का सपना पूरा हो गया, अब एफिडेविट करवा कर नाम में ही पीएम सटवा लें.
पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के लाल किले (Lalqila) वाले स्टेज पर रोजा-इफ्तार (Roza-Iftar) करने पर बिहार (Bihar) की सियासत में उबाल आ गया है. उनके इस कदम से बीजेपी (BJP) के नेताओं ने उन्हें अपने निशाने पर ले रखा है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर तंजिया लहजे में लिखा, लाल किला का सपना पूरा हो गया, अब एफिडेविट करवा कर नाम में ही पीएम सटवा लें.' इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. निखिल आनंद भी नीतीश कुमार को अपना निशाना बना चुके हैं.
गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर साधा निशाना
काल किले के बैकग्राउंड वाले स्टेज पर नीतीश कुमार के रोजा-इफ्तार करने पर गिरिराज सिंह ने अपने ही अंदाज में कटाक्ष किया है. उन्होंने 'डीजीटल लालकिले से सीएम ने दी बधाई, पीएम का सपना साकार करने में जुटी जेडीयू' लिखे पोस्ट को शेयर करते हुए तंजिया लहजे में लिखा, लाल किला का सपना पूरा हो गया, अब एफिडेविट करवा कर नाम में ही पीएम सटवा लें.'
निखिल आनंद ने रोम से की तुलना
वहीं, बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. निखिल आनंद ने मुख्यमंत्री के रोजा-इफ्तार पार्टी की तुलना रोम जलने से कर दी है. उन्होंने नीतीश कुमार को निशाना बनाते हुए कहा कि जब रोम जल रहा था, तब नीरो बंशी बजा रहा था. आज ठीक उसी अंदाज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऐसे वक्त में जश्न-ए-इफ्तार मना रहे हैं, जब बिहार दंगों की आग में झुलस रहा है.
JDU एमएलसी अनवर की पार्टी में गए थे नीतीश
गौरतलब है कि जेडीयू के एमएलसी खालिद अनवर ने पटना के फुलवारी शरीफ स्थित अपने आवास पर सोमवार को इफ्तार पार्टी दी थी. उन्होंने इसमें सीएम नीतीश कुमार को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था. खास बात ये हैं कि उन्होंने अपने इस इफ्तार पार्टी के मंच पर लालकिले की आकृति बनवाई थी. वहीं, कैप्शन में लिखा था, "बिहार के लोग आपके साथ हैं. देश आपका इंतजार कर रहा है, रमजान मुबारक." इसी इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार के आने के बाद से बीजेपी के नेता उनके खिलाफ निशाना साधने में जुटे हैं. इसे तुष्टिकरण बताया जा रहा है, जबकि, इससे पहले जदयू-बीजेपी की सरकार के वक्त भी इफ्तार पार्टी का आयोजन होता था और इसमें बाकायदा बीजेपी नेता सुशील मोदी टोपी और अरबी रुमाल पहनकर शामिल होते थे.