पटना: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में छोटी-बड़ी पार्टियां अपने-अपने अनुसार रणनीति बनाने में जुटी हैं. जाप सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने भी तय कर लिया है कि वह किसके साथ गठबंधन करेंगे. रविवार (18 जून) को जन अधिकार युवा प्रकोष्ठ की एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया. इसमें पप्पू यादव ने एलान किया कि वह महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं. पप्पू यादव ने कहा कि मैं राजनीतिक रूप से धर्मनिरपेक्ष रहा हूं. जहां तक गठबंधन की बात है तो समय आने पर सबको पता चल जाएगा कि मैं किसके साथ जाने वाला हूं.


पप्पू यादव ने कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन की विचारधारा के आसपास जन अधिकार पार्टी की विचारधारा रही है. हमारा प्रयास होगा कि आगामी चुनाव में पार्टी समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ गठबंधन करेगी, लेकिन तय तो उनको करना है. 23 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में विपक्षी दलों की बैठक पटना में होने जा रही है लेकिन पप्पू यादव को अभी तक आमंत्रण नहीं मिला है. इस पर पप्पू यादव ने दुखी मन से कहा कि बुलाएंगे तो वही लोग न, हमने तो पहले ही कह दिया है कि हम रंक हैं वह लोग राजा हैं.


महागठबंधन और नीतीश कुमार को धन्यवाद


नीतीश और लालू को लेकर आगे जाप सुप्रीमो ने कहा कि हमारी औकात के मुताबिक ही न वह लोग बात करेंगे. उनके घर में शादी है तो कार्ड तो वे लोग भेजेंगे. पप्पू यादव ने कहा कि लालू यादव से तो मेरा पारिवारिक संबंध था. अच्छी बात है ये लोग विपक्षी एकता कर रहे हैं. हम धन्यवाद देंगे महागठबंधन और नीतीश कुमार को कि एक अच्छी पहल की शुरुआत करें.


पूरे बिहार में होगा बेरोजगार सम्मेलन


पप्पू यादव ने कहा कि युवा प्रकोष्ठ की बैठक में संगठन विस्तार पर चर्चा हुई. निर्णय लिया गया कि दो जुलाई को मगध, सात जुलाई को भागलपुर, 16 जुलाई को मुंगेर, 23 जुलाई को पूर्णिया, तीन अगस्त को कोसी, 13 अगस्त को मिथिला, 20 अगस्त को तिरहुत, 27 अगस्त को सारण और 10 सितंबर को पटना प्रमंडल में युवा प्रकोष्ठ की बैठक होगी. बैठक के बाद युवा परिषद की ओर से सभी जिलों में अनुमंडल और प्रखंड वार बेरोजगार सम्मेलन का आयोजन होगा.


पप्पू यादव ने किया बीजेपी पर हमला


वहीं बीजेपी पर हमला करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार अल्पसंख्यक विरोधी है. खास तौर पर मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है. गोधरा से लेकर केरल स्टोरी तक बीजेपी हरेक मंचों के माध्यम से मुसलमानों को निशाना बना रही है. हम सबको बीजेपी के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़नी होगी. बिहार के नेता धर्म और जाति के आधार पर लोगों को बांटकर अपनी राजनीति कर रहे हैं. हमें दूसरों के लिए जीना सीखना होगा. देश के चुनाव में मात्र नौ महीने बचे हुए हैं. बीजेपी युवा, महिला और देश विरोधी है. आज युवा और महिलाएं दोनों केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे हैं.


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