हाजीपुर: पूर्व सांसद आनंद मोहन (Anand Mohan) की रिहाई को लेकर सियासी बवाल जारी है. इस बीच जन अधिकार पार्टी (Jan Adhikar Party) के सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने बड़ा बयान दिया है. पप्पू यादव ने कहा कि आनंद मोहन से बगावत विचार की थी. वह आज भी अपने स्टैंड पर कायम हैं. पप्पू यादव ने कहा कि आज 10 के बदले 15 फीसद आरक्षण ले लें, लेकिन हमें 72 फीसद आरक्षण मिलना चाहिए. पप्पू यादव ने यह भी कहा कि वह आज भी कह रहे हैं कि आरक्षण मिलना चाहिए और नौवीं सूची में इसे दर्ज किया जाना चाहिए.


जाप सुप्रीमो पप्पू यादव मंगलवार (25 अप्रैल) की राज हाजीपुर में एक श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. यहीं उन्होंने बयान दिया. पप्पू यादव ने आनंद मोहन की होने वाली रिहाई पर सरकार के फैसले का समर्थन किया. पप्पू यादव ने कहा कि आईएएस अधिकारी की हत्या मॉब लिंचिंग में हुई थी, लेकिन परिस्थिति ऐसी बनी कि आनंद मोहन को जेल जाना पड़ा और सजा काटनी पड़ी.


'अपराधी नहीं, आनंद मोहन अच्छे नेता'


पप्पू यादव ने कहा कि आनंद मोहन 14 साल सजा काट चुके हैं. सरकार ने जो संशोधन किया है यह सरकार का हक है. आनंद मोहन कोई अपराधी नहीं थे, अच्छे राजनेता थे. बीएसपी प्रमुख मायावती ने आनंद मोहन की रिहाई पर आपत्ति जताई है इस पर पप्पू यादव ने कहा कि राजनीति नहीं होनी चाहिए. जो लोग  यह कह रहे हैं कि यूपी में ठोका जा रहा है और बिहार में छोड़ा जा रहा है, उन लोगों से मैं कहना चाहता हूं कि पहले यह बताएं कि बृजभूषण सिंह को कब ठोकेंगे? बृजेश सिंह को कब ठोकेंगे? विनीत सिंह और सेंगर को कब ठोकेंगे?


आनंद मोहन के साथ पप्पू यादव को शहाबुद्दीन की भी याद आई. उन्होंने कहा कि शहाबुद्दीन की जेल में मौत हो गई. उस समय भी सरकार को फैसला लेने की जरूरत थी. आनंद मोहन की रिहाई के बाद क्या 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार सरकार को फायदा होगा इस पर पप्पू यादव ने कहा कि मुझे कुछ समझ नहीं आता कि इसमें फायदे और घाटे की कोई बात है. हमेशा से राजपूत समाज बीजेपी के साथ है. राजपूत समाज हमेशा समाजवाद का रहा है.


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