पटनाः जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया. कहा कि विरोधी दल का काम ही है आरोप लगाना. बाकी बिहार से तेजस्वी यादव को कोई मतलब नहीं है. प्रवास में गए और फिर वापस आए तो कुछ बोलेंगे और फिर चले जाएंगे. वो बोलते रहें लेकिन सरकार अपना काम करती रहेगी. ललन सिंह ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भी अखबार पढ़ा है, लेकिन उस घटना में किसका हाथ है किसका नहीं है यह जांच का विषय है और पुलिस जांच कर रही है. जो आरोप लगा रहे हैं अगर उनके पास साक्ष्य है तो वो पुलिस को दें.


ललन सिंह ने कहा कि कोई भी अपराध होता है तो उसकी जांच पुलिस करती है. उसमें सरकार का कहां हस्तक्षेप है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में 16 वर्षों से शासन कर रहे हैं. कभी उन्होंने प्रशासन और पुलिस के काम में हस्तक्षेप नहीं किया है. एक उदाहरण नहीं मिलेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में ना तो किसी को बचाया जाता है और ना ही किसी को फंसाया जाता है. यह काम तेजस्वी यादव के माता और पिता के कार्यकाल में होता था. इसलिए उनको वही समझ में आता होगा कि वैसा ही हो रहा है, जबकि परिस्थिति विपरित है.


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क्या कहा था तेजस्वी यादव ने?


तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्णिया में नवनिर्वाचित जिला पार्षद के पति रिंटू सिंह की नीतीश सरकार की मंत्री के भतीजे ने खुलेआम हत्या करवा दी. नीतीश कुमार हरकत में आने के बजाय कान में तेल डालकर दूसरी ओर देखने का ढोंग कर रहे हैं. विश्वजीत उर्फ रिंटू सिंह पुलिस को आवेदन दे चुके थे कि मंत्री लेसी सिंह और उसके भतीजे से उनकी जान को खतरा है. इसके बाद भी नीतीश कुमार की पुलिस ना तो एफआईआर दर्ज की और ना ही उन्हें सुरक्षा प्रदान किया.


तेजस्वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही कहा कि जब मुख्यमंत्री का अपने खूनी विधायकों और मंत्रियों पर नियंत्रण नहीं है तो अपराधियों, आपराधिक प्रवृत्ति वाली बिहार पुलिस और शराब माफिया पर कहां से नियंत्रण होगा? जिस 'गड़बड़ लोग' की नीतीश कुमार बात करते रहते हैं वो सब के सब तो उनकी पार्टी, सरकार, गठबंधन और प्रशासन में ही बैठे हैं. जिस 'गड़बड़ चीज' की नीतीश कुमार बात करते हैं उसको बढ़ावा देनेवाली, उससे कमानेवाली तो उन्हीं के नीचे काम करनेवाली बिहार पुलिस, उनकी सरकार में बैठे लोग, उनके पार्टी और गठबंधन के नेता हैं.



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