पटना: बिहार में नगर निकाय चुनाव (Nagar Nikay Chunav 2022) होने वाला है. इसे लेकर पक्ष और विपक्ष की ओर से आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. शनिवार को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) को घेरा है. उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि सुशील जी नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़े वर्ग के आरक्षण को समाप्त कराने और चुनाव रुकवाने के प्रयास में बीजेपी विफल हो गई है. बीजेपी की साजिश और षड्यंत्र का पर्दाफाश और प्रयास असफल हो गया है.
ललन सिंह ने बीजेपी को घेरा
ट्विटर पर ट्वीट करते हुए सुशील मोदी ने लिखा कि पांच दिसंबर और नौ दिसंबर के आग्रह को सर्वोच्च न्यायालय ने अस्वीकार कर दिया है. जनवरी में सुनवाई की तिथि निर्धारित कर दी है. आप लोगों की साजिश और षड्यंत्र का पर्दाफाश और प्रयास असफल हो गया है. उन्होंने लिखा कि “सुशील जी, नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़े वर्ग के आरक्षण को समाप्त करने और चुनाव रुकवाने के प्रयास में बीजेपी विफल हो गई है. बीजेपी की साजिश और षड्यंत्र का पर्दाफाश और प्रयास असफल हो गया है. सर्वोच्च न्यायालय में नगर निकाय चुनाव स्थगित करने एवं एकल पद पर आरक्षण समाप्त करने के लिए एसएलपी दायर कर तुरंत सुनवाई के लिए.”
जनवरी में होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में बिहार में होने वाले नगर निकाय चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी अधिसूचना पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. शुक्रवार को राहुल भंडारी ने जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेके माहेश्वरी की पीठ के सामने मामला रखा गया. बिहार में नगर निकाय चुनाव की नई तारीख का एलान हो चुका है. चुनाव को लेकर तैयारियां की जा रही है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट में जल्द ही इस दलील को लेकर सुनवाई हो. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल अर्जी पर सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि हम पहले से तय तारीख के लिहाज़ से जनवरी में ही इस मसले पर सुनवाई करेंगे. अगर चुनाव प्रक्रिया में कुछ कमी पाई गई तो हम उस प्रक्रिया को पलट देंगे, लेकिन अभी शीघ्र सुनवाई नहीं होगी.
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