पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election) में आशातीत प्रदर्शन नहीं कर पाने की वजह से जेडीयू (JDU) नेता लगातार पार्टी को मजबूत करने की कवायद में जुटे हुए हैं. इस बात को लेकर मंथन जारी है कि आखिर किस वजह से बिहार की नंबर वन पार्टी तीसरे नंबर पर पहुंच गई. इसी क्रम में नौ सितंबर यानी गुरुवार को पार्टी के सभी प्रकोष्ठों के प्रभारियों की बैठक (JDU Meeting) बुलाई गई है. राजधानी पटना स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.


कई लोगों पर गिर सकती है गाज


सांसद ललन सिंह (Lalan Singh) के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद बुलाई गई बैठक में संभावना है कि कई लोगों पर गाज गिर सकती है. सूत्रों की मानें तो संगठन के कई ऐसे लोग जिनका काम संतोषजनक नहीं रहा है, को चिन्हित किया गया है. ऐसी खबर है कि इन लोगों की छुट्टी भी की जा सकती है. इसके साथ ही तमाम प्रकोष्ठ के प्रभारी से वर्क रिपोर्ट और आगे की प्लानिंग पूछी जाएगी. सूत्रों के अनुसार वैसे लोग निशाने पर हैं, जो जिम्मेदारी के अनुसार काम नहीं कर रहे.


उमेश कुशवाहा ने किया स्पष्ट


जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भी स्पष्ट तौर पर ये इशारा कर दिया है. उन्होंने कहा कि संगठन के अंदर कौन क्या कर रहा है, इसका पूरा लेखा जोखा रखा जा रहा है. अब ललन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सब कुछ देखा जाएगा. 


बता दें कि जेडीयू में कुल 32 प्रकोष्ठ है, जिनके अध्यक्ष को कल जेडीयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में बुलाया गया है. बैठक में सभी अध्यक्ष ललन सिंह को लेखा जोखा देंगे कि अभी तक उन्होंने क्या किया है. जिनका जवाब संतोषजनक नहीं रहा, उन पर गाज गिर सकता है. चूंकि ललन सिंह ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि संगठन में जो काम करेंगे, उन्हें ही जिम्मेदारी दी जाएगी.


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