VIDEO: 'ऊ मुसहर है', लालू ने किया पलटवार तो जीतन राम मांझी ने भी दिया रिएक्शन, कहा- 'पूरा खानदान...'
Bihar Politics: लालू यादव और जीतन राम मांझी के बीच बयानबाजी से बिहार की सियासत गरमा गई है. 'हम' के नेता का कहना है कि मांझी को केंद्र में मंत्री बनाया इसलिए लालू प्रसाद बौखलाहट में हैं.
Bihar Politics: बिहार के दो बड़े नेता लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) जाति को लेकर आमने-सामने हो गए हैं. कुछ दिनों पहले एक्स (X) पर मांझी ने लालू यादव को लेकर लिखा था कि अगर उनमें हिम्मत है तो वह भी कहकर दिखाएं कि हम गड़ेरी हैं. इस पर लालू यादव से पत्रकारों ने प्रतिक्रिया ली जिस जिसके जवाब में पलटवार करते हुए बुधवार (25 सितंबर) को आरजेडी सुप्रीमो ने पूछ दिया कि ऊ मुसहर है?
लालू के इस बयान को एक बार फिर मांझी ने लपक लिया है. इस पूरे मामले पर एक बार फिर गुरुवार (26 सितंबर) को मांझी ने प्रतिक्रिया दी. एक्स (X) पर लालू यादव के इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "लालू जी, हम मुसहर-भुईयां हैं, हमारे पिता मुसहर-भुईयां थे, हमारे दादा मुसहर-भुईयां थे, हमारे परदादा मुसहर-भुईयां थे, हमारा तो पूरा खानदान ही मुसहर-भुईयां है और हम तो गर्व से कहतें हैं कि हम मुसहर, भुईयां हैं."
मांझी ने गरेड़ी कहते हुए क्या लिखा था?
कुछ दिनों पहले एक्स पर मांझी ने लिखा था, "विपक्षी दलों के गुंडे हमारे घर, दरवाजों को तोड़ सकते पर हमारे लोगों का हौसला नहीं तोड़ सकते. घर जलाने वाले लोगों के संरक्षक लालू पाल (गड़ेरी) जी आप राजनीति के लिए अपनी जाति छुपा सकतें हैं पर हम नहीं. हम गर्व से कहतें हैं “हम मुसहर हैं”. लालू जी में हिम्मत है तो वह भी कहकर दिखाएं कि हम गड़ेरी हैं."
लालू जी,
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) September 26, 2024
हम मुसहर-भुईयां हैं,हमारे पिता मुसहर-भुईयां थें,हमारे दादा मुसहर-भुईयां थें,हमारे परदादा मुसहर-भुईयां थें,हमारा तो पुरा खानदान ही मुसहर-भुईयां है।
और हम तो गर्व से कहतें हैं कि “हम मुसहर,भुईयां हैं” pic.twitter.com/BBeOD2ZNux
आरजेडी और 'हम' के नेता हुए आमने-सामने
लालू यादव और जीतन राम मांझी के बीच बयानबाजी से बिहार की सियासत गरमा गई है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी की संगत में रहकर मांझी भी अब उन्हीं की भाषा बोलने लगे हैं. सबको मालूम है कि 90 के दशक में लालू यादव सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़कर दलितों पिछड़ों की आवाज बने. उसी का नतीजा है कि आज जीतन राम मांझी केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री बने बैठे हैं. लालू यादव की देन है कि आज बीजेपी में भी उनकी पूछ हो रही है. जीतन राम मांझी जाति प्रमाण पत्र न बांटें.
इस पूरे मामले पर 'हम' के प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो अपनी तीन पीढ़ी की वंशावली लालू परिवार जारी करे. लालू प्रसाद की जाति को लेकर सबकुछ साफ हो जाएगा. बिहार में जमीन सर्वे के लिए वंशावली देने का काम चल रहा है. हकीकत ये है कि लालू प्रसाद दलित विरोधी मानसिकता के व्यक्ति हैं. उन्होंने दलितों को हमेशा पैरों से दबाकर रखा. पीएम मोदी ने उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया इसलिए लालू प्रसाद बौखलाहट में हैं.
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