पटनाः जाति आधारित जनगणना (Caste Based Census) हो इसको लेकर लगातार आवाज उठती रही है. मंगलवार को एक बार फिर राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने इस मामले में एक वीडियो मैसेज पोस्ट कर आवाज उठाई. लालू प्रसाद ने सख्त होकर कहा कि बीजेपी को जातीय जनगणना करानी होगी. इस देश में सभी जातियों की संख्या बढ़ी है. जातीय जनगणना नहीं होने की वजह से सबका विकास नहीं हो पा रहा है.


लालू प्रसाद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस मुद्दे को लेकर भ्रमित कर रही है. जाति आधारित जनगणना नहीं होने की वजह केंद्र और राज्य की सरकार दिशाहीन होकर बजट तैयार कर काम कर रही है. जाति आधारित जनगणना किसी जाति के खिलाफ नहीं है. जैसे मंडल कमीशन की लड़ाई हमलोगों ने लड़ी वैसे ही हमें जातीय जनगणना को लागू करने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा. पिछड़े वर्ग के लोगों की माली हालात को देखते हुए बजट तैयार करना पड़ेगा, जिससे उन्हें फायदा होगा. सभी पॉलिटिकल पार्टियों को एक मंच पर इकट्ठा होकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है. 






यह भी पढ़ें- Bihar Corona Update: लगातार दूसरे दिन सिर्फ पटना और सिवान से ही मिले कोरोना के नए केस, 24 घंटे में 9 लोग हुए स्वस्थ 


बीमारी का पता नहीं तो इलाज कैसे?


लालू ने आगे कहा कि हमारी पार्टी का मत है जातीय जनगणना में विलंब नहीं करना चाहिए. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- “जातीय जनगणना देशहित में अत्यावश्यक है. जब तक मूल बीमारी का पता ही नहीं चलेगा तो सही इलाज कैसे होगा? यह किसी जाति/वर्ग के खिलाफ नहीं है बल्कि इसमें सर्वहित तथा देश का समावेशी एवं सर्वांगीण विकास निहित है. जो जातीय गणना नहीं चाहते वो एक समान न्याय व अवसर के सिद्धांत के विरुद्ध है.”


बता दें कि जातीय जनगणना को लेकर लगातार बिहार से आवाज उठ रही है. इसको लेकर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर चुका है. इसको लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दोबारा मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी खुद जातीय जनगणना कराने के पक्ष में हैं. 


यह भी पढ़ें- Bihar News: आज मोतिहारी से ‘समाज सुधार अभियान’ की होगी शुरुआत, इन खास मुद्दों पर CM नीतीश कुमार की नजर