पटना: बिहार में उठ रहे जातीय जनगणना (Caste Based Census) की मांग के बीच केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में ये स्पष्ट कर दिया गया है कि देश में संभावित जनगणना जाति के आधार पर नहीं कराई जाएगी. इस बात को ध्यान में रखते हुए आरजेडी (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने बिहार में राज्य सरकार द्वारा जातीय जनगणना कराने की मांग उठाई है. आरजेडी प्रमुख ने कहा कि अगर केंद्र सरकार जातीय जनगणना नहीं कराना चाहती है, तो बिहार सरकार (Bihar Government) अपने खर्चे पर जातीय जनगणना कराए. हम लोग नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ हैं. अगर जातीय जनगणना नहीं कराई गई तो हम लोग देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे.
अफसरशाही के मुद्दे पर कही ये बात
बिहार विधानसभा परिसर में मंत्री जीवेश मिश्रा (Jivesh Mishra) के अपमान के बाद बीते दिनों बीजेपी (BJP) नेताओं द्वारा उठाए गए बिहार में अफसरशाही के मुद्दे पर लालू ने कहा कि यह बात हम लोग पहले से ही कहते आ रहे हैं. बिहार विधानसभा में मंत्री जीवेश मिश्रा के साथ जो हुआ, वह गलत हुआ. इस मामले में निश्चित तौर पर अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
असदुद्दीन ओवैसी बीजेपी के एजेंट
बिहार विधानसभा में असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) के विधायकों द्वारा वंदे मातरम नहीं गाने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए लालू यादव के कहा कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी बीजेपी के एजेंट हैं. ये बात सब जानते हैं कि ओवैसी बीजेपी के इशारे पर काम करते हैं. लेकिन राष्ट्रगीत का अपमान नहीं होना चाहिए.
तेजस्वी ने सीएम से की थी मुलाकात
बता दें कि बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के अखिरी दिन तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी अपने खर्च से जातीय जनगणना कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि नीतीश सरकार अपने खर्च से राज्य में जातीय जनगणना कराए. हम उनका साथ इस काम में जरूर देंगे. बिहार के विकास के लिए जातीय जनगणना कराना जरूरी है.
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