पटनाबिहार में अब जोड़ने तोड़ने की बयानबाजी पर सियासत शुरू हो गई है. सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) का बयान कि जेडीयू और आरजेडी में विलय हो जाएगा इस पर मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary) ने कहा कि सुशील मोदी बहुत बड़े राजनीतिक विशेषज्ञ नहीं हैं. उनके दावे में कोई दम नहीं है. अशोक चौधरी ने सुशील कुमार मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी के कई विधायक भी उनके संपर्क हैं. वो बयान दे रहे और वह लिखकर दे देंगे. सुशील कुमार मोदी बताएं कौन कौन उनके संपर्क है.


भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी शुक्रवार को जेडीयू कार्यालय में जनता दरबार में पहुंचे थे. उनके साथ मंत्री सुमित सिंह भी थे. आगे अशोक चौधरी ने चिराग पासवान की ओर से बीजेपी को समर्थन देने पर कहा कि बीजेपी ने जो कुचक्र रचा था उसका पर्दाफाश हो गया है. बीजेपी के कहने पर 2020 में उन्होंने जेडीयू के खिलाफ काम किया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जैसा कार्य करने वाला कोई नहीं है. जिसके पास विजन होता है वो कार्य करता है. उनके पास विजन ही नहीं तो क्या करेंगे. अशोक चौधरी ने आरसीपी सिंह के बयान पर कहा कि वो कमेंन्ट करने लायक भी नहीं हैं.


फिर शुरू हुई विशेष दर्जे की राजनीति


इधर, महागठबंधन में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार की ओर से केंद्र से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर उनके मंत्री भी मुख्यमंत्री के सुर में सुर मिलाने लगे हैं. अशोक चौधरी ने कहा कि राज्य के स्तर से तेजी से बिहार को आगे ले जाना मुश्किल है. इसलिए शुरू से हमने विशेष राज्य का दर्जा मांगा जिससे बिहार का तेजी से विकास हो सके. हम अभी भी मांग करते हैं और केंद्र सरकार से लगातार मांग करते आए हैं.


सुमित सिंह ने कहा- बीजेपी के पास नेतृत्व नहीं


जेडीयू कार्यालय में जनता दरबार में पहुंचे मंत्री सुमित सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के पास अब कोई नेतृत्व नहीं बचा है. बिहार बीजेपी में अब कोई दम नहीं रहा, इसलिए बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने चिराग को साथ लाया है. महागठबंधन पूरी तरह मजबूत है. 2024 और 2025 के चुनाव में सब पता चल जाएगा. 2015 की तरह 2024 और 2025 में क्लीन स्वीप होगा.


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