पटनाः विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने बीजेपी को लेकर बड़ा बयान दिया है. मंगलवार को वो पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इस दौरान सहनी ने कहा कि बीजेपी मुझे कहती थी कि अपनी पार्टी का विलय बीजेपी में कर दीजिए. राज्यसभा भेजकर केंद्रीय मंत्री बना दिए जाएंगे. 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बना दिए जाएंगे, लेकिन मैं नहीं माना.
मुकेश सहनी ने इससे पहले कहा कि संघर्ष के रास्ते पर उतरा हूं. 16 महीने मुझे मंत्री बनाए रखा गया. इसके लिए सीएम नीतीश और बीजेपी को बधाई. अति पिछड़ा का बेटा हूं. मेरे साथ अन्याय हुआ. पहले बीजेपी ने मेरे तीनों विधायकों को तोड़ लिया. फिर मुझे मंत्री पद से हटा दिया गया. जनता के बीच अगले महीने जाएंगे. पूरे बिहार का यात्रा करेंगे. उन्होंने कहा कि अति पिछड़ा समाज उनके साथ खड़ा है. अकेला चलो की नीति पर आगे बढ़ेंगे और बिहार के गांव-गांव तक पहुंच बनाएंगे.
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संजय जायसवाल के आरोप का दिया जवाब
संजय जायसवाल के उस आरोप जिसमें उन्होंने कहा था कि मत्स्यजीवी सहयोग समिति में अध्यक्ष या मंत्री का पद समाप्त कर सरकारी पदाधिकारी बहाल किया जा रहा है. इस पर सहनी ने कहा कि मत्स्यजीवी सहयोग समिति में होने वाले आंतरिक विवाद व लड़ाई को खत्म करने के लिए सहकारिता विभाग के सचिव ने ही मुख्यमंत्री की बैठक में अध्यक्ष व मंत्री पद में से एक पद रखने का सुझाव दिया था. यह काम सहकारिता विभाग का है और विधानसभा से बिना कानून में संसोधन के संभव नहीं है.
विभाग के पैसे खर्च नहीं होने के आरोपों पर सहनी ने कहा कि विभाग में जल्द योजना स्वीकृति के लिए उन्होंने जून 2021 में ही दो बार पीत पत्र लिखा. काफी सारी योजनाएं अपने स्तर से स्वीकृत करने के बाद भी योजनाओं को लोक वित्त समिति एवं स्क्रीनिंग कमेटी में स्वीकृत नहीं किया गया. इस विषय को 25 फरवरी 2022 को आयोजित एनडीए विधायक दल की बैठक में भी सीएम के सामने विभाग के द्वारा मछुआरों के हित में पैसा नहीं खर्च होने की बात मजबूती से उठाई और इस्तीफा तक की पेशकश की.
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