लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ 44 दिन का वक्त बचा है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बीजेपी नीत एनडीए में वापसी लगभग पक्की हो चुकी है. यानी नीतीश एक बार फिर बिहार में खेला करने वाले हैं. बड़ा सवाल ये है कि नीतीश अगर महागठबंधन छोड़कर एनडीए के साथ आते हैं तो इसका फॉर्मूला क्या होगा? वो किन शर्तों पर आएंगे? खबर है कि नीतीश कुमार ने 3 फरवरी तक के अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. झारखंड में 3 फरवरी की जिस रैली के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही थी, नीतीश ने उसे भी कैंसिल कर दिया है, लेकिन 4 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बिहार के बेतिया में रैली करें तो वो उनके साथ मंच साझा करेंगे. यानी बारातियों का बदलना तय है.


सीएम पद अपने पास रखना चाहते हैं नीतीश


बिहार में उठे सियासी बवंडर के बीच सूत्रों ने बताया है कि बीजेपी अपने पास सीएम और जेडीयू को डिप्टी सीएम देना चाहती है, जबकि नीतीश कुमार सीएम पद अपने पास रखना चाहते हैं. वहीं, विधानभवन भंग करने के प्रस्ताव पर भी गंभीरता से विचार चल रहा है. साथ ही बीच का रास्ता निकालने पर भी विचार किया जा रहा है. अंदर की खबर ये है कि बीजेपी को सिग्नल पहले ही मिल चुके थे और केंद्रीय नेतृत्व एक राउंड की बैठक पहले ही कर चुका था. आरजेडी और जेडीयू के बीच तनातनी की खबरों के बीच आज बिहार में बीजेपी के कई बड़े नेताओं को दिल्ली बुला लिया गया, इनमें तीन बड़े नाम भी शामिल हैं. ये हैं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और बिहार की पूर्व डिप्टी सीएम रेनू देवी.


2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर एक नज़र


दरअसल साल 2020 के विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार एनडीए में शामिल थे. इस चुनाव में एनडीए ने 125 सीटें जीतकर सरकार बनाई. बीजेपी ने 74 सीटें और जेडीयू ने 43 सीटें अपने नाम की थीं. हालांकि इस चुनाव में लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. आरजेडी ने इस चुनाव में 75 सीटें जीती थीं. जबकि कांग्रेस को मात्र 19 सीटों पर ही सफलता मिल सकी. 


79 आउट, 78 इन के साथ बिहार में खेला होगा!


बिहार विधानसभा की ताजा स्थिति की बात करें तो अब आरजेडी के पास 79 सीटें हैं, वहीं बीजेपी के 78 सीटें हैं. नीतीश कुमार की जेडीयू के पास 45 सीटें, जबकि कांग्रेस के पास 19 सीटें हैं. 2022 में नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ महागठबंधन से हाथ मिला लिया था. इसके बाद नीतीश ने 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अब एक बार फिर नीतीश की पलटी मारने की चर्चाएं जोरों पर हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि वह 79 सीटों वाली पार्टी आरजेडी को सत्ता से आउट कर 78 सीटों वाली बीजेपी की सरकार में एंट्री कराएंगे.


'दूल्हा' नीतीश कुमार ही रहेंगे


सूत्रों ने बताया है कि अगर नीतीश कुमार एनडीए में आते हैं तो वह लोकसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं. वहीं, केंद्र में नई सरकार के गठन पर उनकी नई भूमिका हो सकती है. सूत्रों ने यह भी बताया है कि बिहार बीजेपी के कुछ नेता, जो लगातार नीतीश को लेकर ज्यादा हमलावर थे, उनसे कहा गया है कि बोलने में थोड़ी एतिहात बरतें.


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