पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में खान एवं भूतत्व विभाग की समीक्षा की. इस दौरान खान एवं भूतत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर ने विभाग में किए जा रहे कामों की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार से झारखण्ड (Jharkhand) के अलग होने के बाद बालू को ही राजस्व का एक मुख्य स्रोत माना जाता था. सरकार में आने के बाद हमलोगों ने सभी क्षेत्रों में विकास का काम किया है, जिससे राजस्व के कई स्रोत बढ़े हैं.


पहाड़ों को संरक्षित रखना है


उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को बालू आसानी से उचित कीमत पर प्राप्त हो सके, इसके लिए विभाग लगातार काम करे ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. पर्यावरणीय और पारिस्थिति की संतुलन को ध्यान में रखते हुए सारे कार्य किए जाएं. बिहार में ऐतिहासिक, पुरातात्विक महत्व के पहाड़ों को संरक्षित रखना है.


मुख्यमंत्री ने कठोर कार्रवाई का दिया निर्देश


बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विभाग अवैध खनन पर कठोरता से अंकुश लगाए और इसमें संलग्न लोगों पर कठोर कानूनी कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि अभी हाल में विभाग ने इस संबंध में व्यापक कार्रवाई की है. मालूम हो कि बीते दिनों कैबिनेट की बैठक में भी बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए नए नियम कानून पारित किए गए हैं. 


वहीं, बीते दिनों बालू माफियाओं के साथ मिलकर अवैध कमाई करने वाले भोजपुर के पूर्व एसपी राकेश कुमार दुबे और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर पोरेका को बिहार सरकार के गृह विभाग ने निलंबित कर दिया है. इनके साथ ही कई अन्य पुलिसकर्मियों और बालू माफियाओं पर विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की गई है.



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