पटना: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पार्टियां बिसात बिछा रही हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) केंद्र की राजनीति करना चाह रहे और इसके लिए उन्होंने सभी विपक्षी दलों को एकजुट होने की बात कही है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ क्षेत्रीय पार्टियों की गठबंधन जरूरी है. वह कांग्रेस से आग्रह करते हैं कि विपक्षी दलों को एकजुट करें. सभी एकजुट हुए तो बीजेपी 100 सीटों से भी नीचे चली जाएगी. इस पर रविवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री के इस ऑफर का स्वागत किया है.


‘नीतीश जी के फैसले का स्वागत है’ 


उन्होंने कहा कि हमें किसी को सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं है कि हमें ही नेतृत्व करना है. कांग्रेस अपना दायित्व समझती है. ये बात तो साफ है कि कोई भी विपक्ष की एकता कांग्रेस के बिना सफल नहीं है. हम लोग नीतीश कुमार के बयान का स्वागत करते हैं और बैठक में विचार कर बातचीत करेंगे. कहा कि हम लोगों को साल 2024 में जो भी करना है वो देखेंगे. इसके पहले हम लोगों को 2023 में भी चुनाव लड़ना है. मजबूत कांग्रेस के बिना मजबूत विपक्ष एकता असंभव है. कुल मिलाकर देखा जाए तो विपक्षियों को एक करने के लिए कांग्रेस नीतीश कुमार के साथ है. उनका मानना है कि बिना कांग्रेस विपक्ष नहीं हो सकता है.


लोकसभा चुनाव के लिए पार्टियों में होड़


साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाला है. इसे लेकर बीजेपी से लेकर जेडीयू समेत विपक्षी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है. नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति के लिए चर्चा का विषय बने हैं. हालांकि उन्होंने कहा है कि उनको प्रधानमंत्री बनने की कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है. सबको एकजुट करना चाहते हैं ताकि देश को आगे लेकर जाएं और केंद्र से बीजेपी का सफाया करें. नीतीश कुमार लगातार ही विपक्षियों को एक करने की कोशिश कर रहे. बीते साल ही उन्होंने केजरीवाल समेत कई नेताओं से मुलाकात भी की थी. हालांकि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद पर दावेदारी को लेकर राहुल गांधी का भी चेहरा है. इधर, नीतीश कुमार हर हाल में बीजेपी को जवाब देना चाहते हैं और केंद्र से उनका सफाया करना चाहते हैं.


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