Bihar Politics: लालू यादव के विवादित बयान पर नीतीश कुमार ने दी प्रतिक्रिया, कहा- लोगों का काम ही है जुबान चलाना
Bihar Politics: मुख्यमंत्री ने कहा, " ऐसे लोग बिना काम किए पब्लिसिटी लेते हैं. ऐसे लोगों की बात पर हम कभी ध्यान नहीं देते हैं. अगर वे प्रचार में जाना चाहते हैं तो जाएं. यह उनलोगों को तय करना है."
पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (RJD Chief Lalu Yadav) की ओर से बिहार कांग्रेस (Congress) के प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakta Charan Das) पर की गई टिप्पणी पर विवाद जारी है. इसी क्रम में सोमवार को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हम इन सब बातों का नोटिस नहीं लेते हैं. इन लोगों का काम ही यही है. उनलोगों का काम है कुछ-कुछ बोलते रहना, काम करना नहीं है. काम में कभी दिलचस्पी नहीं रही है, सिर्फ जुबान चलाते रहते हैं. ऐसा करने से उनलोगों को काफी पब्लिसिटी मिलती है.
दावा करने में क्या जाता है?
मुख्यमंत्री ने कहा, " ऐसे लोग बिना काम किए पब्लिसिटी लेते हैं. ऐसे लोगों की बात पर हम कभी ध्यान नहीं देते हैं. अगर वे प्रचार में जाना चाहते हैं तो जाएं. यह उनलोगों को तय करना है." दोनों सीटें जीतने के लालू प्रसाद यादव के दावे के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दावा करने में किसी को कोई दिक्कत नहीं है. दावा करने में क्या जाता है? लोग जेल के अंदर और बाहर रहकर बातें करते रहते हैं. हमको इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी है.
चुनाव परिणाम सबको पता चल जाएगा
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि जब उनलोगों को राज करने का मौका मिला तो उन्होंने जनता की सेवा नहीं की. उनलोगों का काम सिर्फ बोलते रहना है, जिसको जो मर्जी है वह बोलते रहें. हमको इससे कोई लेना-देना नहीं है, इन बातों को कोई महत्व नहीं देते हैं. उपचुनाव में दोनों सीटें जीतने के बाद बिहार में सरकार बनाने के आरजेडी के दावे के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता मालिक है. चुनाव परिणाम क्या होगा यह सबको पता चल जाएगा. हम इन लोगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हैं.
उपचुनाव में एनडीए की जीत को लेकर निश्चिंत होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग काम में लगे रहते हैं. हम जनता की सेवा करते हैं. जनता मालिक है वो जो फैसला करे. जिसे जो बोलना है, वो बोलता रहे, हमें इस पर कुछ नहीं कहना है. हमलोगों को सिर्फ काम में दिलचस्पी है. हमलोगों के लिए पूरा बिहार एक परिवार है जबकि कुछ लोगों के लिए निजी परिवार ही सबकुछ है. हमलोगों और उनमें यही फर्क है. बयान देकर पब्लिसिटी लेने में हमारी दिलचस्पी नहीं रहती है.
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