पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मंगलवार को पत्रकारों को साफ तौर पर कह दिया कि वे उनसे अब पीएम मटेरियल वाले बयान पर सवाल ना करें. ये सब फालतू की बातें हैं, इसलिए उनसे इस संबंध में अब कुछ न पूछा जाए. दरअसल, दरभंगा और मधुबनी जिले के बाढ़ (Bihar Flood) प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लौटने के बाद जब वे पत्रकारों से मुखतीब हुए तब किसी ने उनसे राज्यसभा सांसद सुशील मोदी (Sushil Modi) द्वारा दिए गए बयान के संबंध में सवाल किया. 


सवाल सुनते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, " ये सब फालतू बातें हैं. अब इसकी चर्चा मत करिए. पार्टी की बैठक होती है, तो लोग बहुत तरह की बातें करते हैं, जिसको जो मन में आता है, बोलते रहते हैं. हम लोगों के पार्टी की जो मीटिंग थी, वो इस मुद्दे पर बात करने के लिए नहीं बुलाई गई थी."


 






'हमको क्षमा कीजिये अब'


नीतीश कुमार ने कहा, " अध्यक्ष का निर्वाचन, उसकी पुष्टि, पार्टी संविधान में बदलाव के संबंध में मीटिंग में बातचीत की गई. जातीय जनगणना (Caste Based Census) के मुद्दे पर चर्चा हुई है. लेकिन पार्टी के कोई नेता अगर कुछ बोलते हैं, तो वो उनकी व्यक्तिगत राय है. वो पार्टी का निर्णय नहीं है. इसलिए हमको क्षमा कीजिये अब से हमसे ये नहीं पूछियेगा."


सुशील मोदी ने पल्ला झाड़ लिया.


दरअसल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी जो लंबे समय तक नीतीश कुमार के साथ रहे हैं से जब पीएम मटेरियल वाले बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया. कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनने के योग्य बताने वाले सुशील मोदी से जब मंगलवार को पत्रकारों ने पूछा कि क्या सीएम नीतीश कुमार वाकई पीएम मटेरियल हैं तो उन्होंने कहा कि ये सब कोई मुद्दा नहीं है और इसपर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है.


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