पटना: बिहार में बड़े सियासी उलटफेर होने के संकेत मिल रहे हैं. आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदा नंद सिंह (Jagada Nand Singh) के एक बयान ने प्रदेश की राजनीति में 'भूचाल' ला दिया है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आरजेडी अंदरखाने बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की 'ताजपोशी' की तैयारी में जुटी है. दरअसल, आरजेडी नेता जगदा नंद सिंह ने बीजेपी और जेडीयू पर तंज कसते हुए कहा है कि जेडीयू और बीजेपी में एकता है कहां? एकता तो कभी थी ही नहीं. यह तो कुर्सी की लालच ने दोनों को एक जगह इकट्ठा करके रखा है. दोनों एक-एक पैर के हैं और एक-एक पैर से लंगड़ा हैं. ये लोग किसी तरह से एकजुट होकर चलने का प्रयास करते हैं. ना जेडीयू दोनों पैरों पर खड़ा हो सकता हैं और ना बीजेपी दोनों पैरों पर खड़ी रह सकती हैं.


उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार का तो कोई राजनीतिक ताकत है ही नहीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में उनको पता चल चुका है. जगदा नंद ने कहा कुछ पौधे ऐसे होते हैं जो बिना किसी सहारे के बढ़ नहीं सकते हैं और ना ऊंचा देख सकते हैं. ठीक उसी तरह नीतीश को भी सहयोग चाहिए. कभी मोदी का तो कभी लालू प्रसाद का. नीतीश पेंडुलम की तरह घूमते रहते हैं. इनमें स्थिरता है ही नहीं. अगर नीतीश कुमार में आत्मसम्मान की भावना रहती तो इतनी बेज्जती के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बीजेपी के साथ नहीं रहते. बीजेपी बराबर यह साबित करना चाहती है कि नीतीश कुमार हम पर आश्रित हैं और वह सचमुच साबित करते है कि हम आश्रित हैं. इनके मन में इस बात का डर बना रहता है कि आश्रय हटा दिया जाएगा तो जीरो पर आ जाएंगे और राजनीति से सदा के लिए विदा ना हो जाएंगे. जगदानंद ने कहा नीतीश कुमार का राजनीति के सिद्धांतों का विसर्जन हो चुका है.


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मुख्यमंत्री की कुर्सी तेजस्वी के लिए जनता ने तय कर दिया है


नीतीश कुमार के सहयोग करने के बात पर उन्होंने कहा कि नीतीश सहयोग की चीज है क्या? ये तो जनता के लिए बिल्कुल ठुकराए जा चुके हैं. एक व्यक्ति के रूप में आए, सदस्य बन के रहना चाहते हैं तो हम लोग को कोई एतराज नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी तेजस्वी के लिए जनता ने तय कर दिया है. जनता का माइंडेड नीतीश कुमार ने लूटा है, इसका वे प्रायश्चित करें जिसके लिए जनता ने जनादेश दिया था. इस पर इन्होंने दंगाइयों और उन्मादियों के कहने पर डकैती डाला है. नीतीश जनता से माफी मांगे और तेजस्वी को बैठाए जहां जनता का विश्वास था.


अब किस काम के नहीं रहे नीतीश कुमार


जगदानंद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार समाजवादी बीज हैं, यह अलग बात है कि समय ने उनको वहां पहुंचा दिया. समाजवादी साथियों को भी वे भटका कर वहां पर ले गए. नीतीश अगर डॉक्टर लोहिया और कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों पर चलते हैं, जो लालू यादव के संघर्षों में साथ चले हैं तो वह आए. उनका स्वागत है. नीतीश कुमार के स्वागत पर जगदानंद सिंह ने कहा नीतीश कुमार अब हैं किस काम के जो उनका स्वागत किया जाए. उनका स्वागत करना है तेजस्वी यादव का. वह कब स्वागत करते हैं और  कुर्सी का लालच कब छोड़ेंगे यह उनको तय करना है.


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