सिवान: कड़ाके की ठंड में सिवान की राजनीत गर्म है. बिहार में विधान परिषद के चुनाव होने वाला है और ऐसे में एनडीए की तरफ से सिवान से एमएलसी के टिकट के लिए मनोज सिंह या उनकी पत्नी के नाम की चर्चा हो रही है, लेकिन जैसे ही मनोज सिंह की नाम की चर्चा हुई तो बीजेपी के पूर्व सांसद और प्रदेश के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश यादव इसके विरोध में आ गए हैं. एक इंटरव्यू में ओमप्रकाश यादव ने पूर्व में एमएलसी रहे मनोज सिंह को अपराधी करार दिया. कहा कि शहाबुद्दीन के साथ रह कर मनोज सिंह ने कई हत्याएं करवाई हैं. शहाबुद्दीन के साथ मनोज सिंह एके-47 लेकर चलते थे.


ओमप्रकाश यादव ने कहा कि मनोज सिंह आरजेडी के समय मो. शहाबुद्दीन के दाहिने हाथ थे. एक समय ऐसा आया कि आरजेडी के शासन में ही मनोज सिंह के भाई मृत्युंजय सिंह की हत्या करा दी गई. इसके बाद मनोज सिंह ने शहाबुद्दीन का खुल कर विरोध करना शुरू किया था. 2005 में नीतीश कुमार की सरकार आने के बाद मनोज सिंह बीजेपी में चले गए और पार्टी ने उन्हें सिवान से बीजेपी का जिलाध्यक्ष बना दिया. 2014 में बीजेपी को छोड़कर जेडीयू के टिकट से सिवान लोकसभा का चुनाव लड़े और हार का सामना करना पड़ा. 2015 में फिर बीजेपी में शामिल होकर रघुनाथपुर विधानसभा सीट से हारना पड़ा.


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2020 में फिर बीडेपी को छोड़कर एलजेपी का दामन थामा और एक बार फिर रघुनाथपुर विधानसभा से एलजेपी (चिराग) की पार्टी से विधान सभा चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार भी हार का सामना करना पड़ा. अब मनोज सिंह चाहते हैं कि उन्हें या फिर उनकी पत्नी को बीजेपी एमएलसी का टिकट दे दे.


मनोज सिंह के आने से हो सकती है दिलचस्प लड़ाई


इस बार सिवान में एमएलसी का चुनाव काफी दिलचस्प हो सकता है. एक तरफ हिना शहाब और ओसामा शहाब ने आरजेडी उम्मीदवार विनोद जायसवाल को मैदान में उतार दिया है. वहीं दूसरी तरफ खान ब्रदर्स के भाई रईस खान निर्दलीय ही मैदान में उतर चुके हैं. उनके साथ जेडीयू के कई बड़े चेहरे दिखाई दे रहे हैं.


पूर्व सांसद ने एनडीए उम्मीदवार का भी किया था विरोध


बता दें कि पूर्व सांसद और बिहार बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश यादव ने उस वक्त भी जेडीयू की सांसद कविता सिंह के पति अजय सिंह का जमकर विरोध किया था जब उनको दारौंदा के उप-चुनाव में जेडीयू ने टिकट दिया था. उस वक्त ओमप्रकाश यादव ने एनडीए उम्मीदवार कर्णजीत उर्फ ब्यास सिंह की मदद की थी, जिसको लेकर अजय सिंह को चुनाव हारना पड़ा था. अब ऐसे में अगर मनोज सिंह या उनकी पत्नी को बीजेपी टिकट देती है और पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव विरोध करते हैं तो इसका फायदा विनोद जायसवाल या रईस खान को मिल सकता है.


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