पटना: जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बिहार एनडीए में घमासान है. नीतीश कुमार के चीन मॉडल को एक तरफ जहां गिरिराज सिंह ने नकार दिया तो दूसरी ओर बिहार की डिप्टी सीएम रणु देवी ने भी सोमवार असहमति जताई थी. जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव भी इस मुद्दे पर आगे आ गए हैं. उन्होंने भी ट्वीट कर निशाना साधा है.


मंगलवार को ट्वीट कर पप्पू यादव ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून जो लागू करना चाहते हैं, वह अगर पांच-सात भाई-बहन हैं या उनके 4-5 बच्चे हैं तो खुद उदाहरण पेश करें. जनसंख्या वृद्धि की जिम्मेदारी लेते हुए राजनीति छोड़ दें. खुद चुनाव न लड़ें! सरकार चलाने में फेल तो वोट के लिए करने लगे खेल!






महिलाएं होंगी जागरूक तो अपने आप घट जाएगा प्रजनन दर


बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को एक बयान दिया था कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए अगर सिर्फ कानून बनाकर उसका उपाय करेंगे तो यह संभव नहीं है. उन्होंने बयान देते हुए चीन का उदाहरण दे दिया. कहा कि वहां भी एक से दो बच्चों को लेकर निर्णय लिया गया, अब देखिए वहां क्या हो रहा है. कहा कि सबसे बड़ी चीज है कि महिलाएं जब पूरी तरह शिक्षित और जागरूक होंगी तो अपने आप प्रजनन दर घट जाएगा.


सोमवार को ही डिप्टी सीएम रेणु देवी ने असहमति जताते हुए कहा था कि महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को जागरूक करने की जरूरत है. बिहार के जिलों में तो नसबंदी की दर मात्र एक प्रतिशत है. रेणु देवी ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि बेटे की चाहत में महिला पर अधिक बच्चे पैदा करने का दबाव दिया जाता है. बिहार में अभी भी प्रजनन दर 3.0 है.


ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय के मंत्री बनने के बाद पहली बार गिरिराज सिंह अपने पैतृक आवास पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार के चीन मॉडल को नकार दिया. कहा कि चीन में एक मिनट में नौ बच्चे तो भारत में 35 बच्चे पैदा होते हैं. इतना ही नहीं दुनिया की 20 प्रतिशत व्यावहारिक आबादी भारत में है जबकि जमीन ढाई प्रतिशत है.


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