Haryana Migrant Worker Murder: हरियाणा में बीफ खाने के शक को लेकर के एक प्रवासी मजदूर साबिर मलिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इस मामले पर बिहार की राजनीतिक पार्टियों ने अपने विचार रखे हैं. इस मामले पर बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी, लोजपा (रामविलास) प्रवक्ता राजेश सिंह ने कड़े शब्दों में निंदा की है. साथ ही नेताओं का कहना है कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए ये एक कानूनी मामला है. दोषियों के पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
मृत्युंजय तिवारी ने क्या कहा?
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है और दुर्भाग्यपूर्ण है. जिस तरह से पांच गौ रकक्षों को गिरफ्तार किया गया है, चाहे कोई भी हो इस तरह का अगर आपराधिक कृत करता है तो उसके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए. इस देश में बीफ के नाम पर आपस में जिस तरह शक के आधार पर कोई किसी को मारता पिटता है, कसी की जान ले लेता है, उसको किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जाना चाहिए.
मृत्युंजय तिवारी ने आगे कहा कि देश में नफरत का माहौल जब सत्ता में बैठे लोग बना रहे हैं, तो इससे कुछ लोगों को मनोबल बढ़ता है. सब लोग आपसी भाईचारा आपसी प्रेम शांति सद्भाव के साथ रहे और इस तरह की घटना पर प्रसाशन दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे.
जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने कहा कि हरियाणा में जिस प्रवासी मजदूर की हत्या अपराधियों ने बीफ खाने के शक में कर दी है. ऐसी घटनाएं 21वीं सदी के हिंदुस्तान में यह बताती हैं कि मानवता को शर्मसार कर देने वाले तत्व आज भी समाज में जिंदा हैं. अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी हो, कठोरतम सजा दी जाए. इसको सुनिश्चित हरियाणा पुलिस को करना चाहिए.
वहीं लोजपाआर के प्रवक्ता राजेश सिंह ने कहा कि हरियाणा में बीफ खाने के शक में प्रवासी मजदूर की पीट-पीटकर हत्या हुआ है ये सही नहीं है. पुलिस ने गौरक्षा समूह के 5 लोगों को दबोचा है. इस तरीके के मामलों पर अविलंब रोक लगना चाहिए. यह कानून के दायरे की बात है. इस पर सियासत नहीं होनी चाहिए. इसमें जो भी दोषी हैं, उस पर दंडनीय कार्य किया जाना चाहिए. जो भी दोषी हैं उनके ऊपर सरकार कानूनी कार्रवाई करे और सलाखों के पीछे भेजे.
प्रेम रंजन पटेल ने कहा काफी खेद जनक
वहीं बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि जो हरयाणा में हुआ नहीं होना चाहिए. जो घटना हुई हुई वो काफी खेद जनक है, जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया है. जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी. ऐसे मामलों के प्रति सरकार गंभीर है. किसी भी निर्दोष व्यक्ति को पीटने का हक किसी को नहीं है. अगर इस तरीके के मामले सामने आते हैं तो इसको लेकर प्रशासन को जानकारी देनी चाहिए.