Bihar Politics: अध्यक्ष चुने जाने के बाद आज चुनाव आयोग में LJP पर अधिकार का दावा करेंगे पशुपति पारस
पटना में बैठक और नामांकन की प्रक्रिया के बाद पशुपति पारस को चुना गया पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष.प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पशुपति ने कहा- मैं निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया लेकिन मजबूरी में करना पड़ा.
पटनाः लोक जन शक्ति पार्टी (एलजेपी) में चल रही खींचतान के बीच गुरुवार को पटना में पशुपति पारस को उनके गुट ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया. सूरजभान सिंह के आवास पर बैठक और नामांकन की प्रक्रिया के बाद पशुपति पारस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुद इस बात की जानकारी दी. शुक्रवार को दिल्ली में पशुपति पारस चुनाव आयोग में पार्टी पर अधिकार का दावा करेंगे.
बीते बुधवार को पशुपति पारस दिल्ली से पटना पहुंचे थे. पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए गुरुवार को बैठक बुलाई गई. हालांकि, बैठक में सांसद प्रिंस राज शामिल नहीं हुए. एलजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने का एलान करने के बाद एबीपी न्यूज से बातचीत में पशुपति ने कहा “मैं निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया लेकिन ये मजबूरी में करना पड़ा. पार्टी के अंदर तानाशाह की वजह से ऐसा हुआ. अब सबको जोड़ूंगा, जो ग़ुस्से में हैं उन्हें वापस लाउंगा.”
सवाल सुनकर प्रेस कॉन्फ्रेंस से चले गए पशुपति
पशुपति पारस ने नीतीश कुमार और राम विलास पासवान की दूरी के बावजूद नीतीश कुमार से नजदीकी क्यों के सवाल पर सीधा जवाब नहीं दिया. भतीजे प्रिंस पर लगे सेक्शूअल हरासमेंट के सवाल पर कहा कि लड़का-लड़की का मामला है इसमें हम का बताएं? प्रेस कॉन्फ्रेंस में पशुपति पारस से एबीपी न्यूज संवाददाता ने सवाल पूछा कि दलित सेना अध्यक्ष, संसदीय दल का नेता, राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री पद के दावेदार भी फिर एक व्यक्ति एक पद वाला संविधान कैसे? तो उन्होंने कहा कि दलित सेना दूसरी संस्था है, जिस दिन मंत्री बनूंगा उस दिन संसदीय दल नेता के पद इस्तीफा दे दूंगा. हमने फिर पूछा कि तब राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देंगे? तो पारस ने कहा कि ये कौन सा सवाल हुआ और कहकर उठ गए पशुपति पारस.
‘पार्टी तोड़ी नहीं बल्कि पार्टी को बचाई है’
इधर, सांसद पशुपति पारस का कहना है कि उन्होंने पार्टी तोड़ी नहीं, बल्कि बचाई है. विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी का अस्तित्व धीरे-धीरे खत्म हो रहा था. ऐसे में रामविलास पासवान की पार्टी और उनके सोच को बचाने के लिए ये फैसला लिया गया है. वहीं, पशुपति गुट में शामिल नेताओं का भी यही कहना है.
सड़क पर उतरेंगे चिराग, संघर्ष यात्रा होगी शुरू
एलजेपी में टूट के बाद सबकी नजरें चिराग पासवान पर है. एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के अनुसार चिराग पासवान अपने सहयोगियों और समर्थकों के साथ विचार-विमर्श कर आगे की रणनीति तैयार कर रहे हैं. पार्टी सूत्रों का कहना है कि तबीयत ठीक होने के बाद चिराग पटना रवाना होंगे.
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