Bihar Politics: ‘नीतीश का राज अधिकारियों का जंगल राज’ प्रशांत किशोर का वार, कहा- अफसर बिना घूस के कुछ नहीं करते
Prashant Kishor Padyatra: बुधवार को प्रशांत किशोर ने नौतन प्रखंड के मरहुआ बगीचा स्थित पदयात्रा शिविर में जन सुराज अधिवेशन की घोषणा की. 13 नवंबर को वोटिंग के जरिए दल बनाने पर फैसला होगा.
पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बुधवार को एक घोषणा की है. उन्होंने कहा कि 13 नवंबर को जन सुराज अभियान का अधिवेशन तय किया गया है. उसी दिन वोटिंग के जरिए फैसला होगा कि जन सुराज को पार्टी या दल बनाया जाएगा या नहीं. प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को आड़े हाथों लेते हुए जमकर हमला बोला. कहा कि लालू (Llau Prasad Yadav) के वक्त जंगल राज था. नीतीश कुमार के राज में अधिकारियों का जंगल राज चल रहा है. यहां बिना घूस के अधिकारी कोई काम नहीं करते हैं.
बिहार के नीतीश राज में अधिकारियों का जंगलराज
बिहार में अपराध, कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार को लेकर प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार को घेरा. प्रशांत किशोर ने कहा कि आलम ये है कि लालू के राज में अपराधियों का जंगलराज था. नीतीश कुमार के राज में अधिकारियों का जंगल राज है. हर जगह भ्रष्टाचार है. उन्होंने कहा कि गांव के लोगों का कहना है कि अफसरों और अधिकारियों का जो मन में आता है वो करते हैं. बुजुर्गों को वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा. लोगों ने कहा कि 400 रुपये के वृद्धा पेंशन में भी लोगों को 20 रुपये तक का घूस देना पड़ता है.
बिना घूस के अधिकारी नहीं करते कोई काम
प्रशांत किशोर ने कहा कि शौचालय योजना को लेकर भी घोटाला है. सारे शौचालय पेपर पर हैं. असल में खुले में ही शौच बना है. लोगों को वो ही करना पड़ रहा. केवल सरकारी दबाव में गांवों को ऐसे ही ओडीएफ घोषित कर दिया गया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर कहा कि यहां भी लोगों को 40 हजार तो 25 हजार का घूस देना पड़ रहा.
बिहार में चौपट शिक्षा व्यवस्था
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार खुद पढ़े लिखे हैं, लेकिन बिहार में शिक्षा का हाल बिल्कुल खराब है. कहा कि जहां स्कूल है वहां बच्चे नहीं हैं. जहां बच्चे हैं वहां शिक्षक नहीं है. ऐसे में सरकारी स्कूलों की दशा और बिहार के छात्रों का भविष्य अधर में लटका दिख रहा. कहा कि अब तक की यात्रा के दौरान मैं इतनी जगह गया कहीं पर भी सरकारी स्कूलों में कोई शिक्षा व्यवस्था नहीं दिखी. मेरा 40 दिन का अनुभव रहा कि कॉलेज में डिग्री बंट रही है. नामांकन है, लेकिन छात्र नहीं हैं.
13 नवंबर को जन सुराज अभियान का अधिवेशन
बता दें कि जन सुराज पदयात्रा के कुल 39 दिन हो चुके हैं. प्रशांत किशोर ने गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर को यात्रा की शुरुआत की थी. 13 नवंबर को चंपारण के बेतिया में ही जन सुराज अभियान का अधिवेशन होगा. बुधवार को प्रशांत किशोर ने नौतन प्रखंड के मरहुआ बगीचा स्थित पदयात्रा शिविर इस बात की घोषणा की है. प्रशांत किशोर हर रोज 20 से 25 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे. उनके पद यात्रा को आज 39 दिन हुए हैं. वो हर गांव में जाकर लोगों की शिकायतें सुन रहे और समाधान ढूंढने की कोशिश कर रहे.
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