पटना: बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन है. मंगलवार को भी विपक्ष के विधायकों और विधान पार्षदों का नीतीश सरकार (Nitish Government) को घेरने का सिलसिला जारी रहा. इसी क्रम में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और विधान परिषद की सदस्य राबड़ी देवी (Rabri Devi) विधान परिषद के बाहर हाथों में पोस्टर लिए नारेबाजी करती दिखीं. इस दौरान उनके साथ पार्टी के और भी नेता मौजूद थे, जो नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.


इस बात पर भड़कीं राबड़ी देवी 


दरअसल, सभी लोग बिहार में लागू शराबबंदी कानून की विफलता को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनकी सरकार को घेर रहे थे. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी बिहार पुलिस (Bihar Police) के जवानों द्वारा शराबबंदी के नाम पर दुल्हन के कमरे की गई छापेमारी की घटना पर नाराजगी व्यक्त कर रही थीं. बिना महिला पुलिस जवानों के महिला के कमरे में घुस कर शराब की जांच को उन्होंने महिलाओं का अपमान बताया. 


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नीतीश सरकार निकम्मी और पंगु


राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार की महिलाओं का अपमान करवा रहे हैं. घर में घुस कर महिलाओं को अपमानित किया जा रहा है. नीतीश सरकार निकम्मी और पंगु हो गई है. सरकार बैसाखी पर चल रही है. बिहार नीतीश कुमार के काबू में नहीं है. वहीं, शराबबंदी कानून के संबंध में उन्होंने कहा कि ये सरकार की जिम्मेदारी है कि शराब पर रोक लगे. जब शराबबंदी है, तो पूरे तरीके से शराब बंद होनी चाहिए.


राबड़ी देवी ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर गरीबों को परेशान किया जा रहा है. पीने वाले तो पी ही रहे हैं. लाने वाले बॉडर पार कर के निकल जा रहे हैं. सरकार का फोकस गरीब लोगों पर है. वहीं, बड़े लोगों को सरकार बचा रही है. अगर विधानसभा परिसर में बोतल मिल रहे हैं, तो ये देखना उनकी और स्पीकर की जिम्मेदारी है. हम गिरफ्तारी की मांग नहीं कर रहे हैं, लेकिन जिनकी जिम्मेदारी है रोक लगाने का वो इसपर रोक लगाएं.



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