Bihar Politics: 'कभी आपने सोचा है नीतीश बाबू...', आरसीपी सिंह ने कहा- एक बार बनारस और उज्जैन जाकर दर्शन करिए
RCP Singh Attack on Nitish Kumar: आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में आज एक भी फाइव स्टार होटल तक नहीं है. पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार समेत कई मुद्दों को लेकर हमला किया है.
पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने शुक्रवार को नीतीश और लालू पर जमकर हमला किया. आरसीपी सिंह लगातार कई दिनों से नीतीश कुमार को घेरने में लगे हैं. शुक्रवार को ट्विटर पर लंबा पोस्ट लिखा और कहा कि लालू और नीतीश के 33 वर्षों के कार्यकाल में बिहार को एक भी फाइव स्टार होटल नसीब नहीं है. नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कभी इस मॉडल के बारे में सोचा कि आपने बिहार के साथ क्या किया है?
आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि बिहार का इतिहास, मगध साम्राज्य का इतिहास रहा है और मगध साम्राज्य का इतिहास, राजगृह और पाटलिपुत्र का इतिहास रहा है! राजगृह, पावापुरी, नालंदा, बोधगया, गया, पाटलिपुत्र, वैशाली, केसरिया इत्यादि विश्व प्रसिद्ध धरोहर हैं. ये आपको पता है न? भगवान बुद्ध, भगवान महावीर की ज्ञानस्थली एवं कर्मस्थली बिहार ही रहा है. भगवान बुद्ध ने जन्म जरूर नेपाल में लिया लेकिन तपस्या कर ज्ञान की प्राप्ति बिहार में ही की. भगवान महावीर ने तो बिहार में ही जन्म लिया और ज्ञान भी लिया.
'पितृपक्ष के मेले में गया का क्या हाल होता है?'
गया में पितृपक्ष मेले को लेकर पूर्व मंत्री ने नीतीश कुमार से सवाल पूछे. कहा कि दुनिया भर में बौद्ध धर्म को मानने वालों के जीवन की एक प्रमुख इच्छा होती है कि अपने जीवन काल में कम से कम एक बार जाकर बोधगया में अपना माथा टेकें. उसी प्रकार से जैन धर्म को मानने वालों के लिए तो पावापुरी का दर्शन करना और पूरे क्षेत्र की परिक्रमा करना उनके जीवन का हिस्सा होता है. आप भूल गए कि गया में भगवान विष्णु का विष्णुपद मंदिर है. देश के सभी हिंदुओं की प्रबल इच्छा होती है कि गया जाकर, विष्णुपद मंदिर में भगवान विष्णु के पदचिह्नों का दर्शन करें. गया में ही देश एवं विदेश के हिंदू अपने पितरों की मुक्ति के लिए तर्पण करते हैं. पिंडदान करते हैं एवं श्राद्ध करते हैं. नीतीश बाबू, पितृपक्ष के मेले में गया का क्या हाल होता है?
आरसीपी सिंह ने कहा कि गया में गंदगी कैसी रहती है, तीर्थयात्रियों को कितनी परेशानी होती है, लेकिन इससे आपको क्या लेना देना? आपको अच्छा नहीं लगेगा लेकिन मेरा एक सुझाव है कि आप खुद एक बार बनारस में बाबा विश्वनाथ और उज्जैन में महाकाल के दर्शन जरूर करिए, तब हो सकता है कि दिमाग में आपके यह बात आए कि जब बनारस एवं उज्जैन में इतनी अच्छी व्यवस्था हो सकती है श्रद्धालुओं के लिए, तो फिर गया में ऐसी व्यवस्था क्यों न हो? चूकिए मत.
पर्यटन के क्षेत्र में संभावनाओं को बताया
फुलवारी शरीफ, मनेर शरीफ और बिहार शरीफ का जिक्र करते हुए आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार को कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में यहां कितने रोजगार हैं. आरसीपी सिंह ने अपने पोस्ट में बिहार के कई पर्यटन स्थल का नाम लिया. कहा कि बिहार में पर्यटन की कितनी संभावनाएं हैं. बिहार में आज एक भी मैरिज डेस्टिनेशन नहीं है. आपके आस-पास रहने वाले नेता, पदाधिकारी अपने बच्चे बच्चियों की शादी के लिए डेस्टिनेशन कहां ढूंढते हैं? नीतीश बाबू, 33 वर्षों के आपके एवं आपके सहयोगी के कार्यकाल में विकास का क्या “बिहार मॉडल” बनाया कि बिहार आज एक फाइव स्टार होटल के लिए तरसता है.