पटनाः बिहार में महागठबंधन की सरकार बनते ही कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह (Kartikeya Singh) और कृषि मंत्री सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) सवालों के घेरे में हैं. कार्तिकेय सिंह पर वारंट जारी होने का मामला है तो वहीं सुधाकर सिंह पर चावल घोटाले का मामला है. गुरुवार को इस मामले में सुधाकर सिंह से सवाल किया गया तो वे कौआ और कान की कहानी सुनाने लगे. साथ ही बीजेपी (BJP) और केंद्र सरकार (Central Government) पर पलटवार किया.
सुधाकर सिंह ने कहा कि जो लोग आरोप लगाने वाले हैं वो खुद को कानून से ऊपर समझते हैं. हाई कोर्ट के निर्णय को देखना चाहिए. आरोप लगते रहते हैं. सार्वजनिक जीवन में जब व्यक्ति आया है तो उस पर आरोप लगेंगे ही. आरोप के पीछे जो तथ्य है उसे भी देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि गांव में एक कहावत है कौआ कान ले गया. तो हम कान को देखेंगे या कौआ को? बीजेपी पर हमला करते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि जो आरोप है वो उन्हीं (BJP) के शासनकाल का है. मैंने नहीं किया है. सरकार के अधिकारी और कर्मचारी ने किया है.
'बीजेपी के दाग अच्छे हैं…'
एक सवाल पर कि बीजेपी का कहना है कि आरजेडी के आधे से अधिक मंत्री दागी हैं इस पर सुधाकर सिंह ने कहा कि केंद्र में जो सरकार चला रहे हैं वो ऊपर से लेकर नीचे तक सभ दागी हैं. उनके दाग अच्छे हैं और बाकी के दाग खराब हैं. हमारे दाग काले हैं और उनके सफेद हो जाते हैं. इस्तीफे के सवाल पर कहा कि बीजेपी का जो सबसे विद्वान आदमी हो वो मेरे साथ बैठे. मैं कागज लेकर आता हूं और वो भी कागज लेकर आए. देश और राज्य जान जाएगा कि कौन दोषी है.
बिहार में महागठबंधन की सरकार क्या चलेगी? इस पर सुधाकर सिंह ने कहा कि सरकार जनता चलाती है. लोगों की इच्छा है कि भारतीय जनता पार्टी और उसके नेतृत्व की जो सरकार है देश और राज्य में वो जुमलों के आधार पर राजनीति कर रहे हैं. वो सांप्रदायिक हिंसा के जरिए राजनीति करना चाहते हैं. तंज कसते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि ‘बड़का झूठा पार्टी’ के लोग बताएं कि वो किस आधार पर देश की राजनीति करना चाहते हैं.
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