पटनाः बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता नीरज कुमार बबलू ने सहरसा में एक बयान दिया था कि मुखियों की हत्या रोकने के लिए नामांकन के समय ही फॉर्म में नॉमिनी का ऑप्शन दिया जाए. इससे हत्या जैसी घटनाएं रुकेंगी. इस बयान पर आरजेडी ने सहमति जताई है. साथ ही इस तरह की घटनाओं के लिए सीधा-सीधा बिहार के सीएम मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है.


आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह ने कहा कि मंत्री नीरज कुमार बबलू के सुझाव से हम लोग सहमत नहीं हैं. बिहार में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है. इसलिए मुखियों की हत्या हो रही. चरमराई कानून व्यवस्था के लिए सीएम नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं. थके-कमजोर सीएम हैं. तीसरे नंबर की पार्टी जेडीयू है और बीजेपी की मदद से नीतीश कुमार सीएम हैं. उनको सीएम रहने का अधिकार नहीं है.


यह भी पढ़ें- Patna News: तेज प्रताप और तेजस्वी यादव की कोर्ट में हुई पेशी, जानें किस मामले में जाना पड़ा दोनों भाइयों को कोर्ट


नीरज कुमार बबलू का पूरा बयान


नीरज कुमार बबलू ने कहा कि बिहार में लगातार मुखिया की हत्या हो रही है. यह दुखद है. यह हत्या तभी रुकेगी जब पंचायती राज कानून में संशोधन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब जन प्रतिनिधि नामांकन फॉर्म भरते हैं उस समय फॉर्म में नॉमिनी का विकल्प दे दिया जाए. अगर चुनाव जीतने के बाद उनकी हत्या हो जाती है तो उनके परिवार के सदस्य मुखिया के पद पर काबिज हो जाएंगे. हत्या इसलिए की जाती है ताकि चुनाव हो. जब यह नियम लागू हो जाएगा तो हत्या करने वाला भी हत्या नहीं करेगा. वह समझ जाएगा कि परिवार का कोई सदस्य बाद में मुखिया बनेगा.


उन्होंने कहा कि बिहार के पंचायती राज मंत्री ने कहा था कि मुखिया चाहें तो आवेदन करें सुरक्षा के लिए आर्म्स लाइसेंस दिया जाएगा लेकिन ज्यादातर मुखिया अति पिछड़ा हैं. पैसे की दिक्कत होती है. लाइसेंस के लिए आवेदन देने में समस्या होगी. बंदूक चलाना ज्यादातर को नहीं आता. बंदूक खरीदना पड़ेगा. बंदूक चलाने के लिए आदमी रखना होगा. इन सब में काफी पैसा खर्च होगा. मैं पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलूंगा. 


यह भी पढ़ें- Nitish Kumar Janata Darbar: सबसे अधिक शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी शिकायतें, लोगों की बात सुनकर चौंके नीतीश कुमार