पटना: बिहार में बयानों को लेकर इन दिनों सियासत गर्म है. इसको लेकर खूब आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं. वहीं, भागलपुर मे राजस्व मंत्री आलोक मेहता (Alok Mehta) ने दस फीसदी वाले को अंग्रेजों का दलाल बताया था. इसको लेकर बयानबाजी शुरू हो गई. बीजेपी नीतीश सरकार को घेर रही थी. वहीं, मुजफ्फरपुर में रविवार को मीडिया से बात करते हुए मंत्री आलोक मेहता ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के संदर्भ में बात कही थी. मेरे बात को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया.


जाति आधारित बात का मैं खंडन करता हूं- आलोक मेहता 


आलोक मेहता ने कहा कि हम लोग जगदेव बाबू के विचारों में आस्था रखने वाले लोग हैं. मैंने दस फीसदी वाली बात अंग्रेजों के संबध में कही है. इस बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि भागलपुर में एक बयान दिया था. जिसमें देश के दस फीसदी घंटा बजाने वाले लोग हैं वो सत्ता के शीर्ष पर बैठे हुए हैं जो की वर्तमान समय के लिए योगी आदित्यनाथ के संदर्भ में था. इस संदर्भ को जाति आधारित करके दिखाया गया. जाति आधारित बात का मैं खंडन करता हूं.


बीजेपी नेताओं ने साधा निशाना 


बता दें कि जन शताब्दी समारोह के लिए मंत्री आलोक मेहता भागलपुर गए थे. इस दौरान उन्होंने दस फीसदी वाले लोग को अंग्रेजों के दलाल बताया था. इस बयान के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई. इसको लेकर कई नेताओं ने आलोक मेहता पर हमला बोला. इसको लेकर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि आरजेडी के नेता इन दिनों खूब विवादित बयान दे रहे हैं. इससे साफ है कि आरजेडी के नेता समाज और देश को तोड़ना चाहते हैं. बीजेपी तो सबका साथ और सबका विकास के एजेंडा पर काम करती है.


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