Bihar Politics: RJD ने CM नीतीश पर साधा निशाना, पूछा- मुख्यमंत्री का आचरण किस मर्यादा का परिचायक
आरजेडी ने ट्वीट कर कहा कि सदन के पटल पर मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन BJP के साथ नहीं जाएंगे जैसी बातें करके पलटी मारना. तुमको ये बनवा दिया, तुम्हारे बाप को ये बनवा दिया, तुम पर मुकदमा करवा देंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश जी का ये आचरण कौन सी मर्यादा और शुचिता का परिचायक है ये देश जानने को उत्सुक है.
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पटना: बिहार विधानसभा की पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के तीखे सवालों पर भड़के सीएम नीतीश की प्रतिक्रिया से सूबे की सियासत गरमा गई है. इस मुद्दे पर वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है. इसी क्रम में आरजेडी ने फिर एक बार ट्वीट कर सीएम नीतीश पर निशाना साधा है.
आरजेडी ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि सदन के पटल पर मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन BJP के साथ नहीं जाएंगे जैसी बातें करके पलटी मारना. तुमको ये बनवा दिया, तुम्हारे बाप को ये बनवा दिया, तुम पर मुकदमा करवा देंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश जी का ये आचरण कौन सी मर्यादा और शुचिता का परिचायक है ये देश जानने को उत्सुक है.
सदन के पटल पर मिट्टी में मिल जाएँगे लेकिन BJP के साथ नहीं जाएँगे जैसी बातें करके पलटी मारना।
तुमको ये बनवा दिया, तुम्हारे बाप को ये बनवा दिया, तुम पर मुक़दमा करवा देंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश जी का ये आचरण कौन सी मर्यादा और शुचिता का परिचायक है ये देश जानने को उत्सुक है। — Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 28, 2020
बता दें कि इससे पहले आरजेडी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि क्रोध से मूढ भाव उत्पन्न हो जाता है, मूढ भाव से स्मृति में भ्रम हो जाता है, स्मृति में भ्रम हो जाने से बुद्धि का नाश हो जाता है और बुद्धि नाश हो जाने से व्यक्ति अपनी स्थिति से गिर जाता है. गुस्सा कमज़ोरी की निशानी है. सबसे कमजोर सीएम कड़वे सच के आगे खीझने के अलावा अब कर ही क्या सकते हैं.
आरजेडी ने कहा था कि अनुकम्पा के आत्ममुग्ध सीएम यह भ्रम ना पालें कि उन्होंने 2015 में सबसे बड़े दल के नेता तेजस्वी को डिप्टी सीएम बनाया था. बल्कि वास्तविकता इसके ठीक उलट था. कभी सहयोगी दल की बैसाखी के बिना मैदान में आइए, अनुकम्पा, जोड़तोड़ या पलटी मारने के लायक भी नहीं बचेंगे. सदन में कोई चाचा, भतीजा या 'दोस्त' का बेटा नहीं होता! नेता प्रतिपक्ष के लिए तू-तड़ाक की भाषा का प्रयोग कौन सी संसदीय मर्यादा या परम्परा है?
मालूम हो कि बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर कुछ व्यक्तिगत टिप्पणी कर दी थी. ऐसे में तेजस्वी यादव के आरोपों से बौखलाये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी पर जवाबी हमला करते हुए कहा था कि यह मेरे दोस्त का बेटा है इसलिए मैं अब तक चुप था. मैं इसके बाप की उम्र का हूँ. ये बकवास कर रहा है, झुठ बोलता है.
गुस्से में नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि तुमको डिप्टी सीएम किसने बनाया था? आप चार्जशीटेड हो, तुम क्या करते हो मैं सब जनता हूँ. 2017 में घोटाले के आरोप लगे थे तो क्यों नहीं एक्सप्लेन किये थे? सारे लोग तुम्हारी एक-एक बात जानते हैं.
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