Bihar News: जेडीयू के अंबेडकर रथ को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है. दरअसल, अंबेडकर रथ की टाइमिंग को लेकर आरजेडी ने सवाल उठाए हैं. आरजेडी का कहना है कि बीजेपी को आईना दिखाते हुए जेडीयू सवाल पूछ रहा है कि दलितों के विचारों को कबतक कुचलेंगे, ये अमित शाह पर हमला है. जबकि जेडीयू के प्रदेश कार्यालय से अंबेडकर रथ रवाना किया गया है. इस मौके पर मंत्री रत्नेश सदा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि ये रथ पूरे बिहार में रथ जाएंगे. सीएम नीतीश ने अनुसूचित जाति के लिए जो काम किया वे लोगों को बताएंगे.
मंत्री रत्नेश सदा ने आगे कहा कि ये रथ नई पीढ़ी को अंबेडकर के विचारों योगदानों के बारे में बताएंगे. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अंबेडकर पर कोई गलत टिप्पणी नहीं की. विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं. अंबेडकर रथ के टाइमिंग पर सवाल न उठाया जाए.
अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए दलित वोट बैंक को साधने के लिए जेडीयू लगातार कोशिश कर रहा है. इस कड़ी में अंबेडकर रथ रवाना किए गए हैं. लेकिन उनको रवाना करने की टाइमिंग ऐसे समय में हो गई है जब अमित शाह द्वारा संसद में अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर सियासत गरमाई हुई है. आरोप लग रहा है कि अमित शाह ने बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया है. दलितों का भी अपमान किया है. इसको लेकर आरजेडी लगातार जेडीयू और बीजेपी की घेराबंदी कर रही है.
‘बीजेपी-जेडीयू का गठबंधन टूट सकता है’
RJD प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि अंबेडकर रथ के जरिए जेडीयू बीजेपी को आईना दिखाते हुए सवाल पूछ रही है कि अंबेडकर दलितों के विचार को कबतक ऐसे ही कुचला जाएगा. अंबेडकर पर अमित शाह के बयान से समाजवादी पृष्ठभूमि के लोग आहत हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी. अब अंबेडकर रथ के जरिए जेडीयू बीजेपी और अमित शाह को घेर रही है. बीजेपी व जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं, गठबंधन टूट सकता है.
बता दें कि अंबेडकर रथ पर सीएम नीतीश और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर है. नीतीश की तस्वीर के सामने लिखा है- मैं बिहार को उस ऊंचाई पर लेकर जाना चाहता हूं जहां से चाहकर भी कोई नीचे ना ला सके.
यह भी पढ़ें: Bihar: विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी को चाणक्य और लालू यादव को बताया नकली चंद्रगुप्त, जानें वजह